बिलासपुर शहर में सौर ऊर्जा के उपयोग की दिशा में बड़ी पहल देखने को मिल रही है। नगर निगम द्वारा विभिन्न भवनों और सार्वजनिक स्थलों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन किया जा रहा है, जिससे हर महीने करीब 10 लाख रुपए की बिजली की बचत हो रही है।

नगर निगम मुख्यालय विकास भवन, अशोक पिंगले भवन, सिटी बस डिपो कोनी, पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी स्मार्ट रोड और जतिया तालाब जैसे प्रमुख स्थानों पर ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत के रूप में सोलर सिस्टम को सक्रिय किया गया है।
नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार के अनुसार, प्राकृतिक स्रोतों से बिजली उत्पादन से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी मिल रहा है। नगर निगम के कार्यपालन अभियंता नीलेश पटेल ने जानकारी दी कि स्मार्ट रोड पर 40 किलोवॉट, पिंगले भवन में 38 किलोवॉट, बस डिपो कोनी में 25 किलोवॉट, और जतिया तालाब पर 75 किलोवॉट के सोलर पैनल स्थापित किए गए हैं। इनसे न केवल इमारतें रोशन हो रही हैं, बल्कि स्ट्रीट लाइट्स भी बिना ग्रिड पर निर्भर हुए जल रही हैं।
हालांकि, कुछ स्थानों पर अब भी सोलर सिस्टम का सिक्रोनाइजेशन सीएसईबी की देरी की वजह से अधूरा है। निगम ने जल्द ही इन प्रक्रियाओं को पूर्ण कर और अधिक बिजली बचाने की योजना बनाई है।
यह पहल बिलासपुर को ऊर्जा आत्मनिर्भर शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।