रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आवारा कुत्तों के आतंक ने एक बार फिर दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया है। बीरगांव के गाजी नगर, वार्ड क्रमांक 29 में शनिवार को एक दो साल की मासूम बच्ची अनाया पर आधा दर्जन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब बच्ची अपने घर के बाहर गली में खेल रही थी। कुत्तों ने उसे घेर लिया और सिर, गाल और हाथों पर गंभीर रूप से काट लिया। बच्ची के सिर से दो जगह मांस का हिस्सा निकल गया, जिससे उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई है।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने बच्ची को बचाया और उसे डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, बच्ची के सिर की दो जगह सर्जरी की तैयारी चल रही है। बच्ची के पिता गुलाम मुस्तफा, जो पेशे से ऑटो चालक हैं, और उनका परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है।
स्थानीय लोगों में दहशत
बीरगांव के निवासियों का कहना है कि क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि रात में अकेले निकलना मुश्किल हो गया है। कुत्ते सड़कों पर लोगों को दौड़ाते और घेर लेते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, बीरगांव में रोजाना 10 से 15 लोग कुत्तों के हमले का शिकार हो रहे हैं। निवासियों ने नगर निगम पर आवारा कुत्तों को पकड़ने या उनकी नसबंदी की व्यवस्था न होने का आरोप लगाया है।
सरकारी अस्पतालों में इंजेक्शन की कमी
स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि सरकारी अस्पतालों में कुत्तों के काटने के बाद लगाए जाने वाले रेबीज रोधी इंजेक्शन की कमी के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति ने न केवल आम लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हैं, बल्कि प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठाए हैं।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय निवासियों ने नगर निगम और जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस घटना ने एक बार फिर शहर में आवारा कुत्तों की समस्या को गंभीरता से उजागर किया है।