रायपुर। अंबिकापुर के कद्दावर भाजपा नेता आलोक दुबे, जिनकी तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ सोशल मीडिया पर मौजूद हैं, 117 एकड़ जमीन विवाद में गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। लेकिन आयुक्त के लगातार निर्देशों के बावजूद अब तक उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई।

ग्राम फुंदुरडिहारी के खसरा नंबर 423, 424, 425, 427 और 430 से जुड़ा यह मामला वर्ष 2019 में शुरू हुआ, जब जांच के बाद आयुक्त ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। आरोप है कि उक्त भूमि पर होटल और मकान निर्माण कराए जा रहे हैं। हाईकोर्ट से भी भाजपा नेता को राहत नहीं मिली, जिसके बाद आयुक्त ने तहसीलदार को कई बार पत्र लिखकर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।

आरटीआई से मिले दस्तावेज़ बताते हैं कि 21 फरवरी 2019 से लेकर 13 मई 2022 तक आयुक्त ने कुल 8 बार — पत्र क्रमांक 626, 2415, 337, 2530, 2686, 3534, और 651 सहित — एफआईआर दर्ज करने का निर्देश भेजा। हर बार तहसीलदार ने इन आदेशों को नज़रअंदाज़ किया और कोई कार्रवाई नहीं की।

ताज़ा रिमाइंडर के चार महीने बाद भी आलोक दुबे के खिलाफ कोई कानूनी कदम नहीं उठाया गया है। यह मामला प्रशासनिक निष्क्रियता और राजनीतिक प्रभाव के चलते ठप पड़ा हुआ है।