Teacher retired शिक्षक देवेंद्र ठाकुर के सेवानिवृत्त होने पर संकुल स्तर पर दी गई विदाई
Teacher retired भानुप्रतापपुर। दुर्गुकोंदल ब्लाक के भूरसातरहूल शासकीय स्कूल में पदस्थ रहे देवेंद्र ठाकुर के सेवानिवृत्त होने एवं चंद्रिका सोनी का प्राथमिक शाला मोखा से पदोन्नत स्थानांतरण होने पर गुरुवार को माध्यमिक स्कूल पेडावरी में संकुल स्तर से विदाई समारोह का आयोजन किया गया, स्मृति चिन्ह व डायरी पेन उपहार स्वरूप प्रदान किया गया।
Teacher retired कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान सेवानिवृत्त शिक्षक देवेंद्र सिंह ने कहा कि एक समय पश्चात सेवानिवृत्त व स्थानांतरण शासन-प्रशासन की एक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता व बच्चे राष्ट्र के भविष्य है।
Teacher retired शिक्षक साथियों से कहना चाहता हूँ कि शैक्षणिक कार्य के अलावा आपसी प्रेम व सहयोग की भावना बनाये रखना क्योंकि बच्चे भी आप लोगो के बातो का अनुशरण करते है। इनके अलावा अपनी सेवाकाल 38 साल का रहा इस दौरान सुकमा, भानुप्रतापपुर, कोंडागांव, एवं दुर्गुकोंदल के स्कूलों में शैक्षणिक कार्य किया।
Teacher retired शिक्षिका. चंद्रिका सोनी ने कहा कि शिक्षिका बनना मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य था, जिसे मैने हासिल भी किया। मेरी शिक्षिका जीवन की शुरूवात इसी संकुल से हुई जिसमे मुझे आप लोगो का हमेशा सहयोग व सम्मान मिला जो मेरे लिए सदैव अविस्मरणीय रहेगा ।
Teacher retired इसी क्रम में उन्होंने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है, हमे इसे स्वीकार करना चाहिए, हम सभी शिक्षको को सूरज के समान प्रखरता फैलानी है , जिससे हमारे नव निहाल बच्चो की जीवन उज्वल बन सके। आगे भी मेरा यही प्रयास रहेगा कि बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकू ताकि बच्चे उन बुलंदियों को हासिल कर सके।
ईरशाद बेगम बोहरा मेडम ने सेवानिवृत्त शिक्षक देवेंद्र ठाकुर के कार्यकाल की सराहना की। सोनी मेडम भी शैक्षणिक गतिविधी सराहनीय रही है। मैं शिक्षक साथियों से कहना चाहूंगी कि बच्चे कैसे आगे बढ़े, उनका शैक्षणिक शिक्षा के साथ साथ बौद्धिक मानसिक विकास कैसे आगे बढ़ना चाहिए, इस पर ध्यान दिए जाने चाहिए। संकुल समन्वय जगन्नाथ दर्रो सर ने भी अपने विचार रखते हुए कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन किया।
Hotel Management : करियर में सफलता का बेहतरीन विकल्प, जानिए कोर्स और फीस के बारे में सबकुछ
मंच संचालन निर्भय कोवाची ने किया इस अवसर पर लच्छन रावटे, श्रीमती शांति गावड़े,अशोक पूरबिया, ओम प्रकाश यादव,शिव शंकर टांडिया,पोखनठाकुर,रामस्वरूप कोठारी,रवि शंकर यादव, महेंद्र खुड़सूंघे, अनिल चंद्रवंशी शिक्षक एवं स्टाप उपस्थित रहे।