फर्जी आदेश से नौकरी करता रहा शिक्षक…मूल शाला में वापिसी पर खुली पोल… कलेक्टर

दरअसल प्रधानपाठक ने सौंपे शिकायत पत्र में बताया कि सहायक शिक्षक संतोष कुमार साहू का मूल शाला नारायणपुर था लेकिन तात्कालिक बीईओ राधेलाल जायसवाल द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला आदर्श कसडोल में अध्यापन व्यवस्था हेतु बीते दिनांक 02.01.2023 को आदेश क्रमांक 06 के तहत आदेशित किया गया था जिसके परिपालन में दिनांक- 02.01.2023 को शासकीय प्राथमिक शाला आदर्श कसडोल के लिए संतोष कुमार साहू सहायक शिक्षक को कार्यमुक्त कर दिया गया था लेकिन उक्त शिक्षक ने वहाँ जॉइनिंग नही किया बल्कि फर्जी आदेश बनाकर अन्य स्कूल में जॉइनिंग लेकर पढ़ाते रहें।

पोल तो तब खुली जब शासन के आदेशानुसार सभी अध्यापन व्यवस्था किये गये शिक्षकों को अपने मूल शाला में वापिस करने का कुछ दिनों पूर्व आदेश जारी किया गया। जब शासन का डंडा चला तो उक्त गुरु जी अपने मूल शाला नारायणपुर में बीते 23 जून को जॉइनिंग करने पहुँचा। लेकिन जब उक्त गुरु जी शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कसडोल से कार्यमुक्त का प्रमाण पत्र लेकर पहुँचे। तो प्रधानपाठक दंग रह गए। प्रधानपाठक ने उक्त गुरु जी से सवाल किया की उसके द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला आदर्श कसडोल के लिए कार्यमुक्त किया गया था। फिर आपके द्वारा अन्य स्कूल से किस तरह आदेश लेकर पहुँच रहें है, इस कारण आप वहीं से कार्यमुक्त का प्रमाण पत्र लाइये या शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कसडोल के लिए जो आदेश निकाला होगा उसे लाइये। फिर आपका कार्यभार हो जायेगा।

लेकिन उक्त गुरु जी संतोष साहू के द्वारा आज तक कार्यभार व आदेश की कागजात नहीं लाया गया। साथ ही जब शिकायतकर्ता प्रधानपाठक ने शास.पू.मा.शाला कसडोल जाकर प्रधानपाठक से जानकारियां लिया गया।तो प्रधानपाठक के द्वारा मोबाईल पर एक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कसडोल का आदेश की छायाप्रति और एक शासकीय प्राथमिक शाला नारायणपुर से कार्यमुक्त का छायाप्रति भेजा गया जो कि उक्त दोनों छायाप्रति फर्जी है। चूंकि आदर्श प्राथ. शाला कसडोल और शास.पू.मा.शा. कसडोल के लिए निकाले गए आदेश का क्रमांक दोनों का एक ही क्रमांक 06 है !

उस वक्त पूर्व बी.ई.ओ. राधेलाल जायसवाल थे जिनसे इस आदेश के संबंध में हमारे संवाददाता द्वारा मोबाईल से जानकारी लिया तो उन्होंने बताया कि मैंने शा.पू.मा.शा. कसडोल के लिए कोई आदेश नहीं निकाला। संतोष कुमार साहू ने फर्जी तरीके से मेरा हस्ताक्षर कर आदेश बनवाया होगा। जिसका आवक-जावक रजिस्टर में कोई उल्लेख नहीं है। संतोष कुमार साहू द्वारा दिनांक 02.01.2023 से 06.06.2025 तक फर्जी तरह से नौकरी कर वेतन लिया गया ।

शिकायतकर्ता ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी से आग्रह किया है, कि उक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इनके ऊपर उचित कार्यवाही कर शास.प्रा.शा. नारायणपुर में एक शिक्षक की व्यवस्था किया जाए। शिकायतकर्ता ने कहा कि स्कूल में बच्चों की कुल दर्ज संख्या 67 है। इस कारण 3 शिक्षकों की आवश्यकता है।

इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अब शिकायत पर जांच करने का आदेश जारी कर दिया है। अब देखना होगा कि शिक्षा की ज्योति जलाने वाला गुरुजी किस तरह से अपना पक्ष रखता है, और जांच के बाद शिक्षा विभाग क्या कार्रवाई करता है।

इनका कहना है…
जो भी शिकायत किया गया है, सभी शिकायत बेबुनियाद है मेरे द्वारा किसी भी प्रकार का फर्जी नहीं किया है यदि शिकायत पर सत्यता नहीं पाया गया तो शिकायत करने वाले के खिलाफ मानहानि का दावा करूंगा।

संतोष साहू

सहायक शिक्षक
कल पुटपुरा और कोसमसरा के प्रिंसिपल को जांच करने के लिए पत्र जारी किया हूँ। जांच के बाद कार्रवाई किया जायेगा।

अरविंद ध्रुव
प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी

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