TB disease control टीबी रोग पर नियंत्रण की दिशा में डॉक्टर, मेडिकल ऑफिसर और स्टॉफ नर्स को दिया प्रशिक्षण

TB disease control

TB disease control  मेडिकल ऑफिसर और स्टॉफ नर्स को दिया प्रशिक्षण

TB disease control राजनांदगांव। टीबी (क्षय) रोग पर नियंत्रण करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राजनांदगांव जिले में साथी संस्था द्वारा जिला क्षय केंद्र तथा मेडिकल कॉलेज के मार्गदर्शन में बच्चों की टीबी की गाइडलाइन और प्रबंधन विषय पर प्राइवेट डॉक्टर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के मेडिकल ऑफिसर और स्टॉफ नर्स के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया।

TB disease control छत्तीसगढ़ को साल-2023 तक टीबी मुक्त करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिले में कई प्रयास किए जा रहे हैं। टीबी रोग के लक्षणों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तथा लक्षण होने पर सबसे पहले बलगम की जांच कराने की सलाह दी जा रही है। बच्चों में टीबी रोग का निर्धारण एक गंभीर निर्णय है।

TB disease control  इसी कड़ी में क्षमता निर्माण के उद्देश्य से साथी संस्था द्वारा पूरे जिले से 10 चिकित्सा संस्थानों का चयन किया गया है, जहां पर मेडिकल ऑफिसर और स्टॉफ नर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। साथी संस्था द्वारा यूएसएड एवं जेएसआई संस्था के वित्तीय सहयोग तथा राज्य एवं जिला क्षय केंद्र के मार्गदर्शन से इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। प्रशिक्षण में मेडिकल कॉलेज के टीबी विभाग प्रमुख डॉ. पवन जेठानी ने भी सहयोग दिया।

TB disease control प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक्सपर्ट ट्रेनर के रूप में उपस्थित डॉ. मीनाक्षी गिरीश ने कहाः टीबी रोग के प्रसार सर्वे के अनुसार, छत्तीसगढ़ राज्य में क्षय रोग से पीड़ित मरीज 451 प्रति एक लाख जनसंख्या पर तथा सभी चिन्हित मरीजों में 10 प्रतिशत बच्चे हो सकते हैं, इसे गंभीरता से लेते हुए हर एक मरीज की समय पर पहचान कर उनका इलाज शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में संभावित मरीज को चिन्हित करने के लिए बच्चों की टीबी जांच कराने का प्रयास किया जा रहा है। रोग की पुष्टि होने की स्थिति में नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में मरीज का उपचार शुरू कराया जाएगा।

TB disease control इससे पहले जांच के विषय में विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी देने के लिए प्राइवेट डॉक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) के मेडिकल ऑफिसर और स्टॉफ नर्स के लिए प्रशिक्षण सत्र लगाया गया। वहीं साथी संस्था के डॉ. सरोजकांत चौधरी ने कहाः इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ही बच्चे में टीबी रोग की पहचान के लिए क्षमता निर्माण करना है। साथ ही प्राइवेट क्लीनिक के साथ समन्वय कर बच्चों की टीबी की जांच किया जाना है। इनमें चेस्ट, एक्स-रे, गैस्टि्रक एस्पीरेट और एफएनएसी की जांच निःशुल्क जांच सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है।

TB disease control प्रशिक्षण कार्यक्रम को जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल तुलावी, डॉ. स्नेहा जैन, इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन राजनादगांव के अध्यक्ष डॉ. ताराचंद सोनी, पद्मश्री डॉ. पुखराज बाफना, डॉ. उत्तम कोठारी और डॉ. नरेश कटियारा ने भी संबोधित किया। वहीं कार्यक्रम में एक्सपर्ट ट्रेनर के रूप में डॉ. कनक रामनानी, डॉ. अजय कोसाम, जिला क्षय केंद्र की ओर से भूषण साहू, भूपेश साहू व केशव देशमुख तथा साथी संस्था से डॉ. सतीश, डॉ. सरोजकांत चौधरी तथा उनकी जिला स्तर की टीम के सदस्य उपस्थित थे।

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