Tamil Nadu के मंत्री के घर छापा, विदेशी मुद्रा समेत 60 लाख कैश बरामद

Tamil Nadu

चेन्नई। विपक्षी एकता के लिए चल रही बैठक के बीच तमिलनाडु के एक मंत्री के यहां ईडी का छापा पड़ा है। इस दौरान 60 लाख से ज्यादा की बरामदगी हुई है, जिसमें 10 लाख से अधिक विदेशी मुद्रा है। यह छापा डीएमके नेता और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी और उनके सांसद बेटे गौतम सिगामणि के यहां पड़ा है। जानकारी के मुताबिक ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में यह छापेमारी पिता-पुत्र के चेन्नई और विल्लुपुरम स्थित घरों पर की है। सत्ताधारी डीएमके ने इस कार्रवाई को राजनीतिक हथकंडा बताया है। बता दें कि 72 वर्षीय मंत्री विल्लुपुरम जिले की तिरुक्कोयिलुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। वहीं, उनका 49 वर्षीय बेटा कल्लाकुरिची सीट से सांसद है।

2007 से 2011 का मामला

मनी लांड्रिंग केस का ताल्लुक उस वक्त से बताया जा रहा है जब पोनमुडी 2007 से 2011 के बीच प्रदेश के खनन मंत्री थे। उस दौरान खदान लाइसेंस की शर्तों के उल्लंघन के आरोप लगे थे। इससे सरकारी खजाने को करीब 28 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। प्रदेश की पुलिस ने मंत्री और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के इन आरोपों की जांच के लिए एक शिकायत दर्ज की थी। सिगामणि ने राहत के लिए मद्रास हाई कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट ने जून में इस मामले में मुकदमे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। मंत्री पर अपने बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए खनन/खदान लाइसेंस प्राप्त करने और लाइसेंसधारकों पर तय सीमा से अधिक लाल रेत का खनन करने का आरोप है।

पार्टी ने बताया राजनीतिक प्रतिशोध

गौरतलब है कि द्रमुक अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। इन सबके बीच इस छापेमारी को लेकर डीएमके ने कहा कि स्टालिन के नेतृत्व में पार्टी भाजपा का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ऐसे में ईडी की कार्रवाई का उद्देश्य उसे डराना है। पार्टी प्रवक्ता ए सरवनन ने कहा कि यह राजनीतिक प्रतिशोध है और इसका उद्देश्य द्रमुक के संकल्प की परीक्षा लेना है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुटखा कांड जैसे भ्रष्टाचार के मामलों में अन्नाद्रमुक नेताओं के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ईडी ने हाल ही में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के मंत्रिमंडल के एक अन्य मंत्री के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई शुरू की थी, जब उसने परिवहन मंत्री सेंथिल बालाजी को कथित तौर पर नौकरियों के बदले नकदी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU