New Delhi Breaking : राजनीतिक स्वार्थ की खोखली बुनियाद पर बना ‘भानुमति का कुनबा’

New Delhi Breaking :

New Delhi Breaking घोटालों पर कार्रवाई से बचने के लिए जुड़ा भानुमति का कुनबा है संप्रग : नड्डा

 

New Delhi Breaking नयी दिल्ली !   भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को राजनीतिक स्वार्थ की खोखली बुनियाद पर बना ‘भानुमति का कुनबा’ बताया और आज कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए के घोटालों पर कार्रवाई से बचने के लिए यह गठबंधन बना है जिसके पास ना नेता है, ना नीयत, ना नीति और ना ही फैसला लेने की ताकत।


नड्डा ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक की पूर्वसंध्या पर पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आज कहा कि राजग की बैठक में अब तक देश की 38 राजनीतिक पार्टियों ने आने की पुष्टि की है और यह संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि बीते नौ साल में राजग का ग्राफ एवं दायरा बढ़ा है और राजनीतिक पार्टियों में विकास के एजेंडे पर चलने के प्रति चाहत बढ़ी है और उसी का परिणाम है कि राजग के दायरे में इतनी वृद्धि हुई है।


नड्डा ने राजग को देश की सेवा के लिए समर्पित गठबंधन करार दिया और कहा, “राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 25 साल पूरे कर रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के पूरे कार्यकाल एवं श्री मोदी के दो कार्यकाल के बाद भी राजग अटल है।” उन्होंने कहा कि कल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक शाम को आहुत की गई है।

पिछले 9 सालों में राजग का जो विकास का एजेंडा है, जो योजनाएं हैं, जो नीतियां हैं, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चल रही हैं, इसमें राजग के सभी दलों ने रूचि दिखाई है। पिछले नौ वर्षों में हमने प्रधानमंत्री  मोदी का मजबूत नेतृत्व देखा है। इसे देश ने सराहा है और सकारात्मक माहौल बना है। देश का सामान्य नागरिक भी गौरव महसूस करता है।”


भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा। भानुमति ने कुनबा जोड़ा।… जहां तक संप्रग का सवाल है, ये भानुमति का कुनबा है। ये ऐसा गठबंधन है, जिसके पास न तो नेता है और न ही नीयत है, न नीति है और न ही फैसला लेने की ताकत है। यह 10 साल की संप्रग सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों का टोला है।”

उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ की इस राजनीतिक एकता की बुनियाद खोखली है। कांग्रेस ने बीस लाख करोड़ रुपए के घोटालों एवं भ्रष्टाचार पर कार्रवाई से बचने के लिए यह गठबंधन तैयार किया है।
राजग में शामिल होने वाले दलों खासकर महाराष्ट्र के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजीत पवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में एक सवाल पर  नड्डा ने दो टूक शब्दों में कहा, “कानून अपना काम करेगा।” उन्होंने कहा कि हम संविधान की रक्षा करते हुए कानून के दायरे में आगे बढ़ने के पक्षधर हैं।


राजग में कुछ और दलों एवं खासकर पंजाब के शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के आने के बारे में एक सवाल के जवाब में श्री नड्डा ने कहा, “हमने ना किसी को छोड़ा और ना किसी को बुलाया है। राजग का एजेंडा साफ है कि देश की सेवा के लिए सबको साथ लेकर चलना है। छोड़कर जाने वालों से हमारी बातचीत एवं व्यवहार हमेशा दोस्ताना रहता है। कौन आएगा या नहीं, यह निर्णय उनको करना है। ये हमारे हाथ में नहीं है। देश हित में चलने वाले लोग जब भी आना चाहें, उनका स्वागत है। हमारे अच्छे वातावरण से प्रभावित हो कर वे आएंगे तभी हम बताएंगे।”


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम कभी किसी दूसरों की कमज़ोरी पर चुनाव नहीं लड़ते हैं। संप्रग के पास तो अभी तक ना नेता है, ना नीति, ना नीयत। उन्होंने संप्रग की नयी एकजुटता के बारे में एक प्रश्न पर कहा कि गलत कार्य करने पर गलत समझौते करने ही पड़ते हैं। दस साल के शासन के दौरान हुए 20 लाख करोड़ रुपए के घोटालों के मामलों में आधे नेता तो जमानत पर हैं। अभी तो उन्हें कई और समझौते करने पड़ेंगे।


मंगलवार की बैठक के एजेंडे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह बैठक हमारी वैचारिक पृष्ठभूमि में हमारे कामकाज और उसे आगे बढ़ाने के बारे में चर्चा के लिए है। जहां तक चुनाव में सीटों के तालमेल का सवाल है तो इस बैठक में इसकी चर्चा नहीं होगी क्योंकि सीटों के बारे में हमारी पार्टी की एक प्रणाली पहले से स्थापित है। उसी के तहत बात की जाएगी।


भाजपा अध्यक्ष ने राजग सरकार के कामकाज की चर्चा करते हुए कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के सुशासन के कार्य, नीति एवं औज़ार बहुत ही सफल साबित हुए हैं। चूंकि सुशासन एक सतत प्रक्रिया है, इसलिए सुशासन के परिणाम कैसे और बेहतर हों, उसके प्रति राजग बहुत ही सजग है। प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत 28 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के खाते में दिये किए गए हैं। हमने लगभग 4-5 लाख करोड़ रुपये की लीकेज को बंद कर दिया है। इसके अलावा, शासन में डिजिटल उपकरणों का उपयोग बढ़ा है, जिससे पारदर्शिता आई है।


उन्होंने कहा कि नौ साल के अंदर गांव, गरीब, शोषित, पीड़ित, वंचित, दलित, युवा, महिला, किसान इन सबके प्रति योजनाओं एवं कार्यक्रमों को फोकस किया गया है। इससे इनके सशक्तिकरण में हमें बहुत सफलता मिली है। भ्रष्टाचार के प्रति कोई समझौता नही करने की नीति अपनायी गयी है।


उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में मोदी जी के नेतृत्व में एक मजबूत नेतृत्व देखने को मिला है, जिसको देश ने भी सराहा है और एक बहुत ही सकारात्मक वातावरण बना है। कोविड प्रबंधन में श्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया में मिसाल कायम की है। बड़े बड़े देश इस महामारी के दौरान अनिर्णय एवं अनिश्चितता की स्थिति में फंस गये थे। ऐसे समय में श्री मोदी ने लॉक डाउन, वैक्सीन निर्माण एवं टीकाकरण, गरीबों के भोजन की चिंता की। श्री मोदी ने समाज एवं देश के साथ मिलकर इस लड़ाई को जीता।


आर्थिक स्थिति की चर्चा करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि भारत की गरीबी 22 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत पर आ गयी है और अतिगरीबी एक प्रतिशत से भी कम रह गयी है। उन्होंने कहा कि दुनिया कई कारणों से आर्थिक मंदी से गुजर रही है और वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रही है। यूक्रेन युद्ध, कोविड महामारी जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर और आर्थिक स्थिति बहुत ही अच्छी है।

 

Online gaming : ऑनलाइन गेमिंग पर जीएसटी टैक्स लगाने के फैसले में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध

 

भारत दुनिया के लिए एक ब्राइट स्पॉट बना हुआ है। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और यह एशिया और वैश्विक विकास के लिए एक प्रमुख चालक है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश ने तय किया है कि  मोदी के नेतृत्व में देश की एकता अटल है, अटूट है। राजग वर्ष 2024 में श्री मोदी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनायेगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU