Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ

Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ

Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ

Surya Grahan Today 2022 : आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक अमावस्या तिथि को लक्ष्मी-गणेश की पूजा करके दिवाली का त्योहार मनाया जाता है और अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है।

Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ
Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ

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Surya Grahan Today 2022 : लेकिन इस बार दिवाली के तुरंत बाद आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। कई सालों के बाद दिवाली का दूसरा दिन गोवर्धन पूजा नहीं बल्कि एक दिन का अंतर होता है।

दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच सूर्य ग्रहण का ऐसा संयोग कई सालों बाद हो रहा है. एक गणना के अनुसार, पिछले 1300 वर्षों के बाद सूर्य ग्रहण दो प्रमुख त्योहारों के बीच पड़ने से बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि सभी अपनी-अपनी राशि में उपस्थित रहेंगे। साल का यह आखिरी आंशिक सूर्य ग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा।

यदि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई देता है, तो इसका सूतक काल मान्य होगा। जिससे ग्रहण से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं का पालन किया जाएगा। आइए जानते हैं 25 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण से जुड़ी सारी जानकारी और उसके प्रभाव के बारे में… भारत में सूर्य ग्रहण कितने बजे शुरू होगा?

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सूर्य ग्रहण की तिथि: 25 अक्टूबर 2022
सूर्य ग्रहण का समय (भारतीय समय के अनुसार): 16:22 से 17:42
सूर्य ग्रहण की समय अवधि: 1 घंटा 19 मिनट
भारत में कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ
Surya Grahan Today 2022 : दिवाली के बाद आज सूर्य ग्रहण, दशकों बाद बना दुर्लभ योग, जानिए सबकुछ

वैदिक कैलेंडर की गणना के अनुसार सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को ही लगता है। इस बार कार्तिक अमावस्या तिथि 25 अक्टूबर है और इस दिन आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा.

देश के खगोलविदों के अनुसार दिवाली के बाद सूर्य ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में आसानी से दिखाई देगा, जबकि पूर्वी हिस्सों में यह ग्रहण नहीं दिखेगा क्योंकि यहां सूर्यास्त जल्दी होगा। भारत में ग्रहण शाम 4 बजे के बाद ही शुरू होगा।

देश में यहां दिखेगा सूर्य ग्रहण-
दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड। जम्मू, श्रीनगर, लेह और लद्दाख

देश के इन हिस्सों में कुछ समय के लिए दिखेगा सूर्य ग्रहण-
दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक, मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल

देश के इन हिस्सों में नहीं दिखेगा सूर्य ग्रहण
देश के पूर्वी हिस्सों में असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड
इस राशि में लगेगा सूर्य ग्रहण
ज्योतिषीय गणना के अनुसार दिवाली के बाद यानी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगेगा.
दुनिया के किन हिस्सों में दिखेगा सूर्य ग्रहण
25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा तो 08 नवंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण भी लगेगा. यह सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका, मध्य और पश्चिमी एशिया, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और प्रशांत महासागर में होता है।

सूर्य ग्रहण और ज्योतिषीय संयोग
इस साल दिवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण का योग और ग्रहों का योग 1300 साल बाद बन रहा है। ग्रहण के समय चार ग्रह अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे। जिसमें चारों ग्रह बुध, बृहस्पति, शनि और शुक्र अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे। शनि मकर राशि में, गुरु मीन राशि में, बुध कन्या राशि में और शुक्र तुला राशि में रहेगा।

सूर्य ग्रहण का सूतक काल कब शुरू होगा?
भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण के कारण इसका सूतक काल मान्य रहेगा। धार्मिक दृष्टि से सूतक काल शुभ नहीं माना जाता है। सूतक में पूजा और शुभ कार्य वर्जित हैं। हिंदू कैलेंडर की गणना के अनुसार, सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को शाम 4 बजे के आसपास शुरू होगा। जब सूर्य ग्रहण होता है, तो ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। यह ग्रहण करीब डेढ़ घंटे तक रहेगा।

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान न तो ग्रहण देखना चाहिए और न ही घर से बाहर जाना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है,

इसके पीछे कई धार्मिक मान्यताएं और वैज्ञानिक तथ्य हैं। ग्रहण के दौरान यदि अभिमानी महिलाएं सूर्य ग्रहण देखती हैं या बाहर जाती हैं, तो गर्भ में पल रहे नवजात शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाली किरणें मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं।

ज्योतिष की दृष्टि से ग्रहण के समय अशुभ ग्रहों राहु-केतु का सूर्य और चंद्रमा पर प्रभाव सबसे अधिक होता है। इस कारण संतान की कुंडली में इन ग्रहों से संबंधित कोई दोष हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर जाने से बचना चाहिए।

गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण शुरू होने से पहले और बाद में स्नान अवश्य करना चाहिए।

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी नुकीली चीज के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान सोने से बचना चाहिए।

ग्रहण के दौरान खाने-पीने में तुलसी के पत्ते क्यों शामिल किए जाते हैं?
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक लगाने पर सभी खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दिए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से ग्रहण की सभी प्रकार की नकारात्मक किरणें खाने-पीने पर नहीं पड़ती हैं।

ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक और दूषित किरणें फैलती हैं जिन्हें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना गया है। आयुर्वेद में तुलसी के पत्तों का बहुत महत्व है। तुलसी के पत्ते जीवन रक्षक होते हैं। तुलसी में बहुत सारे एंटी-बैक्टीरियल और आयरन तत्व होते हैं। इसके सेवन से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान सभी तरह का खाना-पीना अशुद्ध हो जाता है। इसी वजह से खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दिए जाते हैं ताकि सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

ध्यान रहे कि जब भी ग्रहण लगे तो उस दौरान तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। ग्रहण से एक दिन पहले तुलसी के पत्तों को तोड़कर रखना चाहिए। ग्रहण के अलावा रविवार और अमावस्या के दिन भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। तुलसी के गिरे हुए पत्तों का ही प्रयोग करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के दौरान स्वास्थ्य प्रभाव
सभी जानवर, मनुष्य और पौधे अपनी ऊर्जा सूर्य से प्राप्त करते हैं। सूर्य ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। ज्योतिष में सूर्य को प्रकाश और जीवन का कारक माना गया है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य की शक्ति कुछ समय के लिए कमजोर हो जाती है, जिसका असर सभी पर जरूर पड़ता है. सूर्य ग्रहण के दौरान स्वास्थ्य पर कुछ ऐसे प्रभाव होते हैं।
थकान और सुस्ती महसूस करना
गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव
आंखों के दुष्प्रभाव
पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव
मानसिक प्रभाव

 

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