छात्रों ने देखा …विज्ञान केंद्र , मुक्तांगन और जंगल सफ़री
भुवनेश्वर प्रसाद साहू
कसडोल / सोनाखान
शैक्षणिक भ्रमण योजना के तहत पीएमश्री स्कूल कसडोल के बच्चो ने विज्ञान सेंटर ,मुक्तांगन और जंगल सफारी किया भ्रमण ।
नगर पंचायत कसडोल में संचालित पीएमश्री गुरु घासीदास शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के द्वारा शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया जिसमें हिंदी और अंग्रेज़ी माध्यम के छात्र छात्राओं को छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्थित विज्ञान सेंटर और जंगल सफारी का भ्रमण के लिए ले जाया गया। जिसमें उन्हें सर्वप्रथम विज्ञान सेंटर ले जाया गया जहां उन्होंने हर प्रकार की विज्ञान, भूगोल , भौतिकी, छत्तीसगढ़ संस्कृति से संबंधित विभिन्न प्रकार के संसाधनों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त किया। इसके साथ ही यहां पर तारामंडल एनीमेशन वीडियो के द्वारा ग्रह-नक्षत्रों और सूर्य ग्रहण चांद ग्रहण के बारे में जानकारी प्राप्त किया उसके बाद सभी बच्चो ने 3 -डी शो के माध्यम से अंतरिक्ष यात्रा के बारे में जानकारी प्राप्त किया कि किस तरह से वैज्ञानिक अंतरिक्ष में कार्य करते है। आपको बता दे केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु पीएम श्री स्कूल का शुभारम्भ किया गया है यह एक महत्वपूर्ण योजना है इसी योजना के तहत सभी छात्रों को अत्याधुनिक शिक्षा प्राप्ति होती है।
इसी योजना सभी छात्रों को प्रति वर्ष शैक्षिण भ्रमण ले जाना होता है ताकि सभी छात्र छात्राओं को हर प्रकार की जानकारी मिल सके। विज्ञान भवन में अनेक प्रकार की मॉडल जैसे कुटुसर गुफा, अनंत कुआं, आलसी सिक्का, रिंग का भ्रम, थाली पर सिर, जादुई पानी का नल, तैरती गेंद, दर्पण भूलभुलैया जैसे कई आकर्षण केंद्र है। इसके बाद दोपहर में सभी बच्चो को जंगल सफारी ले जाया गया । जहां उन्होंने विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों को देखकर आनंदित हुए। आपको बता दें कि जंगल सफारी नंदनवन जंगल सफारी का पूरा 800 एकड़ क्षेत्र हरियाली से भरपूर है, जिसमें खूबसूरत परिदृश्य हैं। कई देशी पौधों की प्रजातियाँ भी वनस्पति में शामिल होती हैं, जो जानवरों के लिए एक प्राकृतिक आवास लबनाती हैं। जिसमें कई प्रवासी पक्षी प्रजातियों को आकर्षित करता है। इस सफ़ारी में सफेद टाइगर , बाघ , चीतल, सांभर, नीलगाय, हिरण, काला हिरण और भालू स्थित हैं।
इस शैक्षणिक कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से पीएमश्री स्कूल के प्राचार्य संतोष कुमार वर्मा और समस्त शिक्षकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।