Strike : मढ़ोनार एवं होड़नार के बीच अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करते हूए 164वा दिन
प्रेस विज्ञाप्ति:-
Strike : मढ़ोनार एवं होड़नार के बीच अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करते हुए वर्तमान में 164वा दिन हुई है और हमारे दो मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने वाले आन्दोलनकारीओं आदिवासीजनों से सकारात्मक चर्चा करने या सुध लेने की फुर्सत न ही शासन के जनप्रतिनिधिगणों को और न ही प्रशासनिक पदो पर आसीन किसी भी अधिकारी-कर्मचारियों को ही मिलती नजर आ रही हैं ।
Strike : आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर संभाग के अन्तर्गत आने वाले जिला -नारायणपुर के तहसील-छोटेडोगर के ग्राम-मढ़ोनार एवं होड़नार बीच सड़क के किनारे आदिवासीजन सहित एस सी व ओबीसी जनता अपनी दो सूत्रीय मांगों लेकर केन्द्र एवं राज्य दोनो सरकारों के खिलाफ लामबंद होकर 164वें दिन से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। आन्दोलनरत् आदिवासीजनो सहित एस सी व ओबीसी जनों
कहते है कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के जनता 164वें दिन से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में बैठे होने बावजूत शासन-प्रशान के कान मेंजूं तक नहीं रेंग रही है । आमदई खदान खनन प्रभावित क्षेत्र-मढ़ोनार जन आन्दोलन की दो मांगों पहला है-राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा ग्राम पंचायत मढ़ोनार में ग्राम सभा सहमति के बिना नवीन कैम्प खोलने का लिए गए निर्णय रद्द किया जाए। दुसरा राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा ग्राम
पंचायत मढ़ोनार में ग्राम सभा की सहमति के बिना किए जा रही सड़क चौड़ीकरण कार्य को तत्काल रद्द किया जाए। उक्त दोनों मांगों को पूरी करने के बजाय, राज्य एवं केन्द्र सरकार आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर संभाग में भारत का संविधान में आदिवासी मूलवासियों के अधिकारों की रक्षा हेतु बने पांचवीं अनुसूची एवं पेसा कानून,वन अधिकार अधिनियम (मान्यता) कानून का उल्