रायपुर। राजधानी रायपुर को आधुनिक, सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को नगर निगम की विस्तृत समीक्षा बैठक ली। करीब चार घंटे चली इस मैराथन बैठक में धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान बनाए रखते हुए विकास की ठोस कार्ययोजना पर चर्चा हुई।
जवाबदेही तय, बहानेबाजी खत्म
सांसद अग्रवाल ने चेतावनी दी कि “यह काम स्मार्ट सिटी ने कराया, निगम को जानकारी नहीं” जैसे बहाने स्वीकार नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि राजधानी के हर विकास कार्य की जानकारी और जिम्मेदारी नगर निगम के पास होनी चाहिए।
नागरिक सुविधा पहले, राजस्व बाद में
उन्होंने स्पष्ट किया कि निगम का प्राथमिक उद्देश्य सड़क, बिजली, पानी, नालियों और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं देना है, न कि राजस्व कमाना। गर्मी में पानी की कमी और बारिश में जलभराव रोकने के लिए उन्होंने नाले, नलियां, सड़क और पाइपलाइन का एक साथ सर्वे कर दीर्घकालिक योजना बनाने के निर्देश दिए।
अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर सख्ती
बिना अनुमति की कॉलोनियों और अवैध निर्माण पर कार्रवाई के निर्देश देते हुए सांसद ने कहा कि यह शहर की सुंदरता, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर बोझ डालते हैं। फुटपाथ और सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाने पर जोर दिया।
त्योहारों की अग्रिम तैयारी
त्योहारी सीजन में सफाई, रोशनी, यातायात और बाजार क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए अग्रिम योजना बनाने को कहा। साथ ही खुले में मीट बिक्री पर रोक और मानक स्लॉटर हाउस की स्थापना का सुझाव दिया।
जोन स्तर पर अधिक अधिकार
सांसद ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जोन अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर करे और 20 लाख रुपये तक के टेंडर जोन से ही जारी हों। आवारा पशुओं की समस्या और गलत नोटिस की शिकायतों पर भी सख्त रुख अपनाने को कहा।
टैक्स विवाद के समाधान को ‘वन टाइम सेटलमेंट स्कीम’
नगर निगम टैक्स विवाद सुलझाने के लिए ‘वन टाइम सेटलमेंट स्कीम’ लागू करने का सुझाव दिया, जिससे नागरिक एकमुश्त भुगतान कर विवाद से मुक्त हो सकें और निगम को तत्काल राजस्व मिले।
सांसद अग्रवाल ने कहा, “वार्ड मजबूत होंगे तभी शहर मजबूत बनेगा। रायपुर को देश के आदर्श शहरों में शामिल करना हमारा लक्ष्य है।”