Sprinting : दौडऩे से काफी अलग है स्प्रिंटिंग

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Sprinting : जानिए इससे होने वाले 5 प्रमुख फायदे

Sprinting : स्प्रिंटिंग का मतलब होता है थोड़े-थोड़े समय के लिए तेजी से दौडऩा। यह एक्सरसाइज फिटनेस फ्रीक लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह कैलोरी बर्न करने, मांसपेशियों का निर्माण करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में काफी मददगार है। इसके अलावा आप स्प्रिंटिंग करने से थकते नहीं हैं और लंबे समय तक एक्टिव महसूस कर सकते हैं। स्प्रिंट करने से आपको हाई इंटेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग (एचआईआईटी) में भी काफी मदद मिलती है। चलिए आज आपको स्प्रिंटिंग के पांच फायदे बताते हैं।

Sprinting : हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करती है स्प्रिंटिंग

स्प्रिंटिंग एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करती है और आपको एक्टिव रखती है। यह एक्सरसाइज करने से जब आप आराम कर रहे होते हैं, उस वक्त कम हृदय गति प्राप्त करने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारती है और ब्लड प्रेशर को स्थिर करती है। इसकी मदद से आप हृदय संबंधित गंभीर बीमारियों के जोखिम से बचे रहते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य में करती है सुधार

स्प्रिंटिंग आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। दरअसल, जब आप स्प्रिंटिंग करते हैं तो आपका शरीर एंडोर्फिन रिलीज करता है। एंडोर्फिन एक ऐसा रसायन है जो दर्द और तनाव को कम करता है और आपको सकारात्मक भावनाओं का अनुभव करने में मदद करता है। इसके साथ ही स्प्रिंटिंग आपके तनाव को दूर रख सकती है, चिंता को कम कर सकती है और डिप्रेशन को भी कम करने में कारगर है।

Sprinting : मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में है मददगार

दौडऩे या जॉगिंग की तुलना में स्प्रिंटिंग करने से आप ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं। शोधकर्ता बताते हैं कि स्प्रिंटिंग से ऊर्जा बर्न होने की दर बढ़ जाती है, जो किसी इंसान के एक्सरसाइज करने के बाद भी जारी रहती है। इसके अलावा यह आपके अतिरिक्त फैट को बर्न करने, आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने और आपको सही आकार में रखने में भी मदद करती है। आप एचआईआईटी वर्कआउट के एक पार्ट के रूप में स्प्रिंटिंग कर सकते हैं।

Sprinting : ग्लूकोज नियंत्रण में करती है सुधार

स्प्रिंटिंग आपकी मांसपेशियों में स्टोर ग्लाइकोजन को कम करने में मदद कर सकती है और यह सुनिश्चित करती है कि आपके शरीर में बहुत ज्यादा इंसुलिन नहीं हो। बेशक इंसुलिन शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन बहुत ज्यादा इंसुलिन शरीर के अंदर जमा होने वाली अतिरिक्त फैट को बढ़ा सकता है। इसके कारण यह इंसुलिन प्रतिरोध पैदा कर सकता है, जिससे किसी इंसान के लिए वजन कम करना मुश्किल हो जाता है।

Sprinting : मांसपेशियों के लिए भी है लाभदायक

हमारे शरीर में टाइप 1 और टाइप 2 मांसपेशी फाइबर होते हैं। टाइप 1 मांसपेशी फाइबर दौडऩे या कार्डियो एक्सरसाइज के दौरान इस्तेमाल होता है, वहीं टाइप 2 फाइबर स्प्रिंटिंग के समय इस्तेमाल होता है।
रिपोर्ट के अनुसार, टाइप 2 फाइबर आपके पैरों की मांसपेशियों को पतला रखने में मदद करता है। इससे आपके शरीर में फैट भी कम होता है। इसी वजह से स्प्रिंटिंग मांसपेशियों का निर्माण करने में मदद कर सकती है।

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