रमेश गुप्ता
Sparsh Hospital Breaking स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर को धमकाकर पांच लाख की फिरौती मांगने वाला ठग गिरफ्तार
Sparsh Hospital Breaking भिलाई। स्पर्श हॉस्पिटल के डॉक्टर को स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी बताकर पांच लाख रुपए की डिमांड करने वाला आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। आरोपी को सुपेला पुलिस दो दिन से तलाश कर रही थी। एफआईआर होने के बाद आरोपी लगातार छिपता फिर रहा था। शनिवार को सुपेला पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस कर भिलाई में ही गिरफ्तार किया और आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
Sparsh Hospital Breaking बता दें 11 अक्टूबर को स्पर्श हॉस्पिटल के डॉ संजय गोयल के केबिन में एक शख्स जबरन घुसा और खुद को हेल्थ डिपार्टमेंट का अफसर बताते हुए पांच लाख रुपए फिरौती देने की मांग की। आरोपी ने डॉक्टर को धमकाते हुए कहा कि अस्पताल में गड़बड़ियां हो रही है। शातिर ने डॉ संजय गोयल से कहा कि वह स्वास्थ्य मंत्रालय आया है और अस्पताल के खिलाफ मिल रही शिकायतो की जांच करेगा। दबाव बनाने के लिए उसने डॉक्टर गोयल से कहा कि वह अस्पताल में ताला लगवा देगा।
Sparsh Hospital Breaking डॉक्टरों ने संयम से काम लिया और शांति से बात करते हुए शातिर का नंबर ले लिया और अपना भी नंबर दिया। शातिर के जाने के बाद जब डॉक्टर ने उसे कॉल किया तो वह अपने आप को एक छापे की कार्रवाई में हूं कहते हुए फोन काट ।
इसके बाद डायरेक्टर संजय गोयल ने सीधे मामले की शिकायत सुपेला थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 452,384,388,417 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर घटना में प्रयुक्त आईडी कार्ड जिसमें छत्तीसगढ़ शासन का मोनू बना है जप्त किया गया है l
Sparsh Hospital Breaking पुलिस से बचने बंद कर दिया था मोबाइल
Sparsh Hospital Breaking एफआईआर के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए साइबर टीम को लगा दिया था। लेकिन शतिर बार बार अपना लोकेशन बदल रहा था और इस दौरान मोबाइल भी बंद कर रखा था। सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि आरोपी का नाम संजीव जैन् है और वह ममता नगर रिद्धि सिद्धि कॉलोनी एवं हीरा मोती लाइन राजनांदगांव का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम को राजनांदगांव भी भेजा गया लेकिन वह मोबाइल बंद कर रखा था। शनिवार को आरोपी संजीव जैन राजनांदगांव से रायपुर के लिए निकला था इस दौरान भिलाई में इसे दबोचा गया। फिलहाल आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अस्पताल का व्यक्ति भी साजिश में शामिल होने की संभावना
बताया जा रहा है कि इस पूरे घटना क्रम में स्पर्श अस्पताल मैनेजमेंट के किसी व्यक्ति की मिलीभगत भी सामने आ रही है। हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने किसी का नाम उजागर नहीं किया है। जब आरोपी संजीव जैन अस्पताल पहुंचा तो वह मैनेजमेंट के किसी व्यक्ति से बात कर रहा था। सीसी टीवी फुटेज में यह रिकार्ड भी हुआ है। हालांकि इस संबंध में पुख्ता जानकारी अस्पताल प्रबंधन को भी नहीं मिल पाई है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। पर यह कहां जाता है मामला लेनदेन से जुड़ा हुआ हैl इस कार्रवाई में एस आई आर के दीवान प्रधान आरक्षक संतोष शर्मा आरक्षक विकास तिवारी की उल्लेखनीय भूमिका रही l