छत्तीसगढ़ में आज रात से पूरे प्रदेश में SIR सर्वे लागू होने जा रहा है। इस सर्वे के बाद प्रदेश की मतदाता सूची पूरी तरह डिजिटल और सटीक होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी यशवंत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है।

प्रदेश में कुल 2 करोड़ 11 लाख से अधिक मतदाता हैं। SIR सर्वे के तहत पहला चरण 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक मुद्रण/प्रशिक्षण, दूसरा चरण 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर गणना, तीसरा चरण 9 दिसंबर तक मतदाता सूची का प्रकाशन, और अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी।
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि किसी का नाम नहीं काटा जाएगा, केवल जानकारी सत्यापित की जाएगी। सर्वे के लिए 13 दस्तावेज मान्य होंगे, जिनमें वनांचल क्षेत्र के लिए वन अधिकार पत्र और शहरी क्षेत्रों के लिए वोटर आईडी या सरकारी पहचान पत्र शामिल हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र में आयोग का एक BIO अधिकारी तैनात रहेगा। आयोग ने जनता से अपील की है कि SIR सर्वे को लेकर किसी भी भ्रम में न रहें।