गोरखपुर, 10 नवम्बर 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखपुर पहुंचे और एकता यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश के हर शैक्षणिक संस्थान में ‘वंदे मातरम्’ का गायन अनिवार्य किया जाएगा। उनका कहना था कि यह राष्ट्रगीत भारत माता के प्रति सम्मान और नागरिकों में देशभक्ति की भावना जागृत करता है।

सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग आज भी भारत की एकता और अखंडता से ऊपर अपने व्यक्तिगत मत और मजहब को रखते हैं। उन्होंने ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए बताया कि कांग्रेस के अधिवेशन में पहले ‘वंदे मातरम्’ गाया जाता था, लेकिन 1923 में जब मोहम्मद अली जौहर अध्यक्ष बने, तो उन्होंने इसे गाने से इंकार कर दिया था। उनका मानना है कि वंदे मातरम् के विरोध का कोई औचित्य नहीं है और इसे नजरअंदाज करना भारत के विभाजन का एक कारण बना।
योगी ने कहा, “‘वंदे मातरम्’ धरती माता की उपासना का गीत है और यह हर भारतीय का आवाहन करता है। इसे गाने से न केवल भारत माता के प्रति सम्मान प्रकट होता है, बल्कि राष्ट्रीय एकता भी मजबूत होती है।”

उन्होंने कांग्रेस की उस तुष्टिकरण नीति की आलोचना की, जिसके कारण 1937 में गीत में कुछ संशोधन किए गए। सीएम ने कहा कि वर्तमान में भी कुछ राजनीतिक दल राष्ट्रगीत का विरोध करते हैं, जबकि यह हर भारतीय नागरिक के लिए एक भावनात्मक और ऐतिहासिक गीत है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश के 403 विधानसभा क्षेत्रों में 10 किलोमीटर लंबी यात्रा के दौरान यह एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश फैलाया जाएगा।