Shraddhapaksha : श्राद्धपक्ष ( पितृपक्ष ) ।।
Shraddhapaksha : वास्तव में श्राद्ध का केंद्रीय भाव लोक कल्याण में निहित है। पितरों के नाम पर भूखे को भोजन, निर्धनों को धन एवम् अन्यान्य चीजों को दान देने का विधान भारतीय संस्कृति की परार्थ भावना पर आधारित है।
Reality of the Body : जो भोगी होता है वह रोगी अवश्य होता है, यह नियम है ….आइये जानें
इसके द्वारा दीन दुखियों एवम् पराश्रित जीवों की पीड़ा का ध्यान रखा गया है। इसी बहाने लोगों के अंत: करण में त्याग एवम् परोपकार की भावनाओं का उदय होता है। ऐसे उदात्त मंगल भावों वाली संस्कृति को नमन है।