Saraipali news-गौरवपथ के साथ ही अन्य सड़को पर मवेशियों का कब्जा

नगरपालिका की निष्क्रियता

असुरक्षित यातायात के साथ दुर्घटनाओ की संभावना भी बढ़ी


दिलीप गुप्ता
सरायपाली।
नगर की सड़कों में जगह जगह 24 घंटे 10-15 मवेशियों के झुंड घूमते व बैठे हुवे मिल जाएंगे । यहां तक कि नगर का हृदय स्थल कहे जाने वाले जयस्तंभ चौक में तो बहुतायत में गायों को देख जा सकता है । नगर में ऐसा कोई हिस्सा नही है जहां आवारा पशु दिखाई नही दें । माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी राज्य सरकारों को सड़कों से व खासकर राजमार्गो से इन मवेशियों को हटाने के सख्त निर्देश के साथ ही पशु मालिको की पहचान कर उन पर भारी जुर्माना लगाए जाने का भी निर्देश दिया गया था ।

सभी कलेक्टरों ने भी नगरीय निकायों जनपद व ग्राम पंचायतों को पत्र लिखकर इस पर गंभीरता पूर्वक कार्यवाही किये जाने निर्देशित किया गया था । किंतु उच्चस्तरीय इस निर्देष व आदेश का अधीनस्थ अधिकारी व विभाग कितना पालन करता है यह सड़को में बेखौफ होकर घूम रहे मवेशियों की संख्या को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है ।
विगत दिनों रतनपुर में 14 गायों की दुर्घटना में मौत को लेकर हाईकोर्ट ने इसे स्वतः संज्ञान लेते हुवे नाराजगी व्यक्त करते हुवे कहा कि अभी तक कितने मवेशी मालिको पर जुर्माने की कार्यवाही की गई साथ ही सड़को में मवेशियों को आने से क्यों नही रोका जा रहा है ।
ज्ञातव्य हो की लगातार इस संबंध में समाचार प्रकाशन के बाद नगरपालिका हरकत में आई व सड़कों से कुछ गिने-चुने मवेशियों को पकड़ने की कार्यवाही कर मीडिया व सोशल मीडिया में अपनो से खूब वाहवाही लुटवाई गई उसके काफी दिनों बाद तक फिर और कोई कार्यवाही नही की गई । जिसके परिणामस्वरूप आज गली मोहल्लों व सड़को में सैकड़ो की संख्या में आज भी खुलेआम मवेशियों को घूमते देखा जा सकता है ।

आज नगर के कथित गौरव पथ में लगभग 100 से अधिक संख्या में मवेशी आम सड़को में बिंदास घूमते व यहां वहां मुंह मारते, राहगीरों व व्यापारियों को परेशान करते दिख जायेंगें। ये आवारा पशु सभी के लिए परेशानियों का कारण बन रहे है तो वही दुर्घटनाओ को भी आमंत्रित कर रहे हैं। सड़कों में आवारा घूमते मवेशियों के करण लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं में जान व माल के नुकसान को खत्म किये जाने हेतु माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार बार राज्य सरकारों को समुचित कार्यवाही किये जाने का आदेश व निर्देश जारी किया जाता रहा है । राज्य सरकारों द्वारा भी सभी जिला कलेक्टरों को आदेश जारी किया गया था । जिला कलेक्टरों द्वारा जिले के सभी नगरीय निकायों, जनपद पंचायतों व ग्राम पंचयतों को साफ-साफ निर्देश जारी किया गया था कि मवेशी यदि सड़‌को में खुले घूमते पाये गए तो संबंधितों पर कार्यवाही होगी साथ ही मवेशी मालिको पर भी जुर्माना लगाए जाने का निर्देश भी दिया गया था पर इन निर्देशों का पालन कितना हुवा कितने मवेशियों को पकड़ा गया कितने मालिको पर जुर्माना लगाया गया। इसकी कोई जानकारी सामने नही आई है । व आज भी खुले आम सड़‌को पर कब्जा जमाए ये मवेशी आराम से घूमते रहते है वे स्वयं के साथ साथ नागरिको व वाहन चालकों के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं।
गौरवपथ में घंटेश्वरी मंदिर से लेकर बैतारी चौक तक शाम ढलते व रात को भारी संख्य में मवेशियों को सड़क में घूमते व बैठते मिल जाएंगे। चूंकि रात को सड़क सुनसान होने के कारण वाहने तेज रफ्तार में चलती है ऐसे में सड़क में स्ट्रीट लाइट के अभाव में मवेशी दिख नहीं पाते जिसके कारण आये दिन लगातार दुर्घटनाओं हो रही हैं । कुछ दिनों पूर्व बस स्टैंड के पास एक पिकअप से 3 मवेशियों की टकराने से मौत हो गई थी ।

प्रशासन व नगरपालिका इन मवेशियों को हटाने व मवेशी मालिको पर अपेक्षाकृत दंडनीय कार्यवाही नही किये जाने के कारण मवेशी मालिक भी लापरवाह हो गए हैं साथ ही मवेशियों के कारण होने वाले दुर्घटनाओ के लिए इन मवेशी मालिको को भी जिम्मेदार मानते हुवे जब कार्यवाही की जायेगी तो इस पर कुछ अंकुश लग सकेगा। इन आवारा मवेशियों से वे ग्राहक जो सब्जी बाजार या दुकानों से सामान खरीदकर अपने दोपहिया वाहन में रखकर दुकान से समान खरीदने जाते है तब तक उनके थैलों से मवेशी मुंह मारकर नुकसान पहुंच रहें है तो वही फल दुकानों, सब्जी दुकानदार व किराना व्यापारी इन आवारा मवेशियों से काफी त्रस्त हैं। दुकानों में खुसकर सामानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कुछ दिनों पूर्व मवेशियों के गले में रात को चमकने वाला बेक्ट जोर शोर से लगाया गया पर उसके बाद कोई सुध लेने वाला नहीं है। और न ही इस प्रयोग से किसी को कोई फायदा पहुंचा है नगरवासियों, व्यवसायियों, फल व सब्जी विक्रेताओं व वाहन चालक यूनियन ने स्थानीय प्रशासन, पुलिस व नगरपालिका से अनुरोध किया है कि सड़क में घूम रहे इन आवारा मवेशियों को सड़क में आने से रोकने का प्रयास किया जाये व सड़को में आवारा मवेशियों को छोड़ने वाले मालिकों पर भी दंडात्मक कार्यवाही के साथ ही भारी भरकम जुर्माना भी किये जाने की मांग की गई है। नारपालिका द्वारा वर्षों पहले मवेशियों को पकड़ने के लिए भारी राशि खर्च कर काऊ केचर खरीदा गया था आज यह केचर किसी काम का नहीं है।

वर्तमान समय मे खेती-किसानी का समय आ गया है । इसी तरह घूमते मर्वेशयों से किसान व किसानी को भी भारी नुकसान पहुंचाएंगे। नगरपालिका प्रशासन को इस और गंभीरता से कार्यवाही करते हुवे नगर को आवारा मवेशियों से छुटकारा दिलाये जाने की मांग नगरवासियों ने की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *