RSS विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान संघ
RSS भानुप्रतापपुर। भानुप्रतापपुर मे आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का कल रविवार को नगर में पथ संचालन हुआ l जिसका हम लोगो ने पुष्पवर्षा से स्वागत किया।
आरएसएस भारत का एक , हिन्दू राष्ट्रवादी,अर्धसैनिक, “स्वयंसेवक” संगठन हैं, जो व्यापक रूप से भारत के सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता हैं। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अपेक्षा संघ या आर.एस.एस. के नाम से अधिक प्रसिद्ध है। बीबीसी के अनुसार संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है।
RSS आरएसएस का प्रारंभिक प्रोत्साहन हिंदू अनुशासन के माध्यम से चरित्र प्रशिक्षण प्रदान करना था और हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हिंदू समुदाय को एकजुट करना था। संगठन भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों को बढ़ावा देता है और बहुसंख्यक हिंदू समुदाय को “मजबूत” करने के लिए हिंदुत्व की विचारधारा का प्रचार करता है।
आरएसएस मे पथ संचलन का अर्थ केवल साथ में कदमताल करना नहीं वरन एक विचार को साथ लेकर चलना है। यह बहुत गूढ़ बात है। कार्यक्रम में यहां राष्ट्रोत्थान , व्यक्ति निर्माण, परिवार प्रबोधन व संस्कृति संरक्षण जैसे विचारों को आत्मसात करके अपने मन से जो जुड़ता है वही सच्चे अर्थों में आरएसएस का सेवक या सेविका कहलाने का अधिकारी है । जब मन और बुद्धि का यह वैचारिक साम्य स्थापित हो जाएगा तब समिति और सेवक में एक ऐसा अद्वैत घटित होगा कि एक अकेला सेवक भी पूरी समिति को शक्तिस्वरूप दैदीप्यमान करता रहेगा।