Revenue team दुर्गुकोदल ब्लाक के भेलवापानी में अवैध रेत खनन का मामला
Revenue team भानुप्रतापपुर। अधिकारियों के लापरवाही एवं संरक्षण के चलते जिले में अवैध रेत उत्खनन का कार्य थमने का नाम नही ले रहा है। पूर्व में तुड़गे, चवेला, चिहरो, चेमल और अब एक महीने से ग्राम पंचायत परभेली के आश्रित गांव भेलवापानी में रेतमाफ़िया द्वारा प्रतिदिन भारी मात्रा में रेत उत्खनन करते हुए शासन को लाखों की क्षति पहुँचाई जा रही थी। सूत्रों के अनुसार इसके लिए रेत माफियो के द्वारा संबंधित विभाग को भारी भरकम राशि कि भेट भी चढ़ाई जा रही थी।
इसी वजह से खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग कार्यवाही करने में रूचि नहीं ले रहे थे। जबकि अधिकारियों को कई बार फोन द्वारा सुचना दी जा चुकी थी। अखबारों में खबर प्रकाशित होने के बाद राजस्व विभाग का टीम गठित कर मौके पर भेजा गया पर वहां न तो रेत तस्कर मिले और न ही कोई वाहन दिखी।
दुर्गुकोंदल तहसीलदार कृष्णा पाटले को भी भेलवापानी में अवैध रेत उत्खनन की जानकारी दी गई। पहले तो उनके द्वारा कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन कार्यवाही तो दूर की बात है अब साहब फोन भी उठाना उचित नहीं समझते है। इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि विभाग अपने कार्य के प्रति कितने सजग है।
खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग के ही द्वारा रेत मफियाओ को सुचना दी गयी, और वे टीम के आने से पूर्व अपनी वाहन समेत वहां से फरार हो गए।
ज्ञात हो कि भानुप्रतापपुर व दुर्गुकोदल क्षेत्र में कही भी रेत उत्खनन की स्वीकृति नही है, बावजूद यहा अवैध रेत उत्खनन पर शासन अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। चवेला रेत घाट पर पहले भी गुंडागर्दी करते दबंगाई पूर्वक रेत निकाली जा रही थी, अब वही सिलसिला भेलवापानी में दोहराया जा रहा था।