रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाले मामले में रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला और IAS अनिल टुटेजा को रायपुर की विशेष कोर्ट ने जमानत दे दी है। हालांकि, जमानत मिलने के बावजूद अनिल टुटेजा अभी भी जेल में रहेंगे क्योंकि उन्हें शराब घोटाले मामले में ईओडब्ल्यू में आरोपी बनाया गया है।
दोनों आरोपियों ने 22 सितंबर को ईडी कोर्ट में सरेंडर किया था और उन्हें चार सप्ताह के लिए दिल्ली ईडी की कस्टोडियल रिमांड पर रखा गया था। रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें रायपुर ईडी विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें जमानत मिल गई।
नान घोटाला फरवरी 2015 में सामने आया था, जब ACB/EOW ने नागरिक आपूर्ति निगम (NAN) के 25 परिसरों पर एक साथ छापे मारे। छापे के दौरान 3.64 करोड़ रुपए नकद जब्त किए गए और चावल व नमक के नमूनों की गुणवत्ता जांच में घटिया सामग्री पाई गई। आरोप है कि राइस मिलों से लाखों क्विंटल घटिया चावल लिया गया और इसके बदले करोड़ों रुपए की रिश्वत ली गई। चावल के भंडारण और परिवहन में भी भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी।
इस मामले में कुल 27 लोग प्रारंभ में आरोपी थे, बाद में निगम के तत्कालीन अध्यक्ष और एमडी को भी आरोपियों की सूची में शामिल किया गया। मामला फिलहाल अदालत में लंबित है।