आरक्षण और परिसीमन बनी चुनौती, दिग्गजों को तलाशनी होंगी नई जमीन, ये पार्षद नहीं लड़ पाएंगे अपने वार्ड से चुनाव…!

हिमांशु /राजधानी रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में आरक्षण प्रक्रिया गुरुवार को पूरी हो गई है। रायपुर नगरीय निकाय में 70 वार्ड आते हैं। इननें से 23 ओबीसी, 9 एससी और 3 वार्ड को एसटी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। मौजूदा मेयर एजाज ढेबर का वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित किया गया है। 23 ओबीसी वार्डों में से 8 महिलाओं के लिए, वहीं अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित वार्डों में तीन वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कई सीनियर नेताओं के चुनाव लड़ने के सपने को झटका लगा है।

सामान्य वर्ग के लिए 35 वार्ड आरक्षित किया गया है। उनमें से 11 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित है। इस बार की आरक्षण प्रक्रिया में मेयर, नेता प्रतिपक्ष समेत कई पार्षदों का वार्ड आरक्षित हो गया है। जिस कारण से कई दिग्गजों के वार्डों का समीकरण बिगाड़ दिया है

दिग्गजों को तलाशनी होंगी नई जमीन….

नगर निगम का यह आरक्षण निगम के दिग्गज नेताओं के लिए नई चुनौती बनकर सामने आ गया दरअसल कल आरक्षण प्रक्रिया के दौरान दिग्गज नेता जिसमें कांग्रेस से महापौर एजाज ढेबर,mic ज्ञानेश शर्मा, सतनाम पनाग, नागभूषण राव,नेता, रितेश त्रिपाठी,

 

वहीँ bjp से प्रतिपक्ष मीनल चौबे,पूर्व नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर, वरिष्ठ भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे,सरिता दुबे, प्रमोद साहू ये पार्षद अपने वार्डो से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे अब इन्हे नई जगह यानि दूसरे वार्डो से चुनाव लड़ना पड़ेगा!

मेयर चुनाव का आरक्षण राजधानी में….

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया की जिम्मेदारी जिला कलेक्टरों को सौंपी गई है। वहीं, मेयर के चुनाव का आरक्षण भी राजधानी रायपुर में होगा। रायपुर नगरीय निकाय चुनाव के आरक्षण की प्रक्रिया की पूरी लिस्ट नीचे देंखें।