Rajnandgaon Breaking जालसाजी के शिकार किसानों के खाते में कर्ज की रकम तत्काल शून्य हो
Rajnandgaon Breaking राजनांदगांव। खुज्जी विधायक व किसान नेता छन्नी चंदू साहू ने बयान जारी कर सेवा सहकारी समिति मर्यादित मेढ़ा के बर्खास्त समिति प्रबंधक द्वारा किसानों को ऋण वितरण में लाखों की जालसाजी के मामले में जिला केंद्रीय सहकारी बैंक प्रबंधन द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग की है।
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Rajnandgaon Breaking उन्होंने कहा – अगर ऐसा नहीं होता है तो प्रभावित किसानों को न्याय मिलने में लंबा समय लग जाएगा जो कि उचित नहीं है। विधायक ने कहा कि – प्रभावित किसानों को फौरन राहत न मिलने की सूरत में वे उनके हितों के लिए किसानों के साथ खड़ी रहेंगी।
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Rajnandgaon Breaking साहू ने कहा कि – जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित की जिम्मेदारी बनती है कि बैंक के अधिकारी आरोपी कुलदीप विश्वकर्मा के खिलाफ एफआईआर करवाएं और प्रभावित किसानों के खातों से कर्ज की रकम तत्काल शून्य की जाए ताकि उन्हें केसीसी का फायदा मिल सके।
विधायक के मुताबिक – वर्तमान में बैंक प्रबंधन खुद की जिम्मेदारी से पीछे हटकर, प्रभावित किसानों को आगे कर रहा है जिसके बाद उन्हें प्रकरण के निपटारे तक कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने होंगे और उन्हें तत्काल कर्ज से मुक्ति नहीं मिल सकेगी।
Rajnandgaon Breaking एक तरह से बैंक से जुड़े सभी जवाबदेह अधिकारी खुद को बचाने और इस प्रकरण से दूर रखने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। मेढ़ा की सोसायटी में केसीसी घोटाले में कई और जिम्मेदारों के हाथ आंच से झूलसे हुए हैं उनके खिलाफ भी तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
गैंदाटोला सहकारी समिति के वर्ष 2017-18 के ऐसे ही एक प्रकरण का उदाहरण देते हुए विधायक छन्नी साहू ने कहा कि – केसीसी में जालसाजी के पुराने प्रकरणों में भी किसानों से ही रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
Rajnandgaon Breaking नतीजा यह है कि किसान वर्षों से कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें अब तक राहत नहीं मिल सकी है। बैंक ने प्रकरण के कोर्ट में होने का हवाला देकर उनका कर्ज शून्य नहीं किया है।
प्रभावित किसान अब भी केसीसी के लिए शपथ पत्र देने के बावजूद भटकना पड़ता हैं। मेढ़ा सोसायटी के मामले में भी बैंक इसी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की बात कर रहा है जो कि सरासर झूठ साबित होती है।
Rajnandgaon Breaking विधायक साहू ने कहा कि – किसानों से एफआईआर दर्ज कराया जाना उनके साथ धोखे के समान है। प्रकरण के निपटारे में न जाने कितना वक्त लगेगा और तब तक ठगे गए किसान केसीसी से वंचित रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से जांच होती है तो मेढ़ा सोसायटी जैसे कई प्रकरण जिले में सामने आ सकते हैं। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ऐसी शिकायतों की तात्कालिक जांच करवाकर त्वरित कार्रवाई करे।
Rajnandgaon Breaking अगर, ऐसा नहीं होता है तो जिले में किसानों को न्याय दिलाने के लिए उनके हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि – अन्नदाताओं के साथ धोखा किसी सूरत में स्वीकार्य नहीं है,जो भी जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी है उनपर सख्त से सख्त कार्यवाही होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि – जिले भर में सोसायटियों में समिति प्रबंधकों की मनमानी और प्रोत्साहन राशियों में भ्रष्टाचार के प्रकरणों की जानकारी सामने आ रही है। प्रभावित किसान व्यक्तिगत रुप से हम तक यह जानकारी पहुंचा रहे हैं। कई सोसाईटियों में समिति प्रबंधकों की मनमानी की शिकायतें आम हैं। समितियों की अड़ में यह अपनी दुकानदारी चला रहे हैं।
समितियों में फर्जी बिल से आहरण हो रहे हैं। लिकिंग में गड़बड़ी, खाद-बीज उठाव से अधिक की राशि की वसूली, उगाही जैसी समस्याओं से किसानों को आए दिन जुझना पड़ रहा है।