रायपुर नगर निगम ने शहर में बढ़ती गंदगी पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की जोनवार टीमों ने बाजार क्षेत्रों में स्वच्छता की जांच करते हुए गंदगी फैलाने और डस्टबिन न रखने पर दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की है

गंदगी व डस्टबिन न रखने पर वसूला गया जुर्माना
नगर निगम आयुक्त विश्वदीप के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तृप्ति पाणीग्रही के नेतृत्व में विभिन्न जोनों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान—
- 63 स्थानों पर गंदगी पाए जाने पर व्यक्तियों एवं संस्थाओं से 36,200 रुपये का जुर्माना वसूला गया।
- बार-बार समझाने के बाद भी डस्टबिन न रखने वाले दुकानदारों से अतिरिक्त 1,300 रुपये का चालान काटा गया।
रात्रिकालीन कचरा प्रबंधन के लिए विशेष टीम गठित
व्यावसायिक क्षेत्रों में रात के समय निकलने वाले गीले और सूखे कचरे के बेहतर निस्तारण हेतु स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष निरीक्षण दल बनाया है।
- सभी जोनों के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
- प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक सहायक नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए हैं।
ये अधिकारी रात 10 बजे के बाद दुकानों और ठेलों से निकलने वाले कचरे के उचित निस्तारण, नाईट स्वीपिंग मशीन की कार्यप्रणाली और शिकायत निवारण का निरीक्षण करेंगे।
दोषी पाए जाने पर दुकानदारों की सूची तैयार कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सड़कों पर बाधा उत्पन्न करने वालों को भी नहीं बख्शा गया
नगर निवेश विभाग की टीमों ने भी शहर की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर अतिक्रमण और आवागमन में बाधा को लेकर कड़ी कार्रवाई की।
नगर निवेशक आभास मिश्रा के नेतृत्व में सभी जोनों में अभियान चलाया गया, जिसमें—
- 238 स्थानों पर सड़क बाधा शुल्क और C&D वेस्ट शुल्क के रूप में
- कुल 1,72,900 रुपये का जुर्माना वसूला गया।
टीमों ने संबंधित व्यक्तियों और संस्थानों को भविष्य में नगर हित में ऐसी गतिविधियों से बचने की हिदायत भी दी।