छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की क्राइम ब्रांच टीम पर चोरी का गंभीर आरोप लगा है। एक कारोबारी ने दावा किया है कि चेकिंग के नाम पर उसकी कार से दो लाख रुपये गायब कर दिए गए। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है, और रायपुर पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं।

घटना का CCTV फुटेज भी सामने आ गया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, दुर्ग निवासी कारोबारी मयंक गोस्वामी, जिनका धमतरी में बाइक शोरूम है, धनतेरस के दिन शोरूम से कैश लेकर दुर्ग लौट रहे थे। रास्ते में रायपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने उनकी कार को रोका और चेकिंग के नाम पर तलाशी ली।
कारोबारी का आरोप है कि इसी दौरान उनकी कार से दो लाख रुपये चोरी कर लिए गए। जब वे घर पहुंचे और रकम मिलान किया, तब उन्हें चोरी का पता चला।
CCTV फुटेज में कैद हुई घटना
घटना से जुड़ा CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें कार को रोककर चेकिंग करते हुए कुछ पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं। हालांकि फुटेज में पैसे ले जाने की स्पष्ट तस्वीर नहीं है, लेकिन कारोबारी ने इसे ही आधार बनाकर अपनी शिकायत दी है।
एक आरक्षक सस्पेंड, विभागीय जांच शुरू
मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने कारोबारी की शिकायत को लेकर रिपोर्ट तैयार की और इसे रायपुर एसएसपी को सौंप दिया। कार्रवाई करते हुए रायपुर एसएसपी ने आरक्षक प्रशांत शुक्ला को लाइन अटैच कर दिया है। मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस विभाग पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो यह न सिर्फ पुलिस की साख के लिए बड़ा झटका होगा बल्कि आम नागरिकों के विश्वास को भी चोट पहुंचेगी।
फिलहाल, रायपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है और सभी संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया जा रहा है।