छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की भर्ती को लेकर B.Ed और D.Ed डिग्रीधारक युवाओं का आंदोलन लगातार तेज़ हो रहा है। प्रदर्शनकारी 57,000 शिक्षकों की भर्ती की मांग कर रहे हैं और सरकार के युक्तियुक्तकरण (Rationalization) नीति का भी विरोध कर रहे हैं।

अपनी मांगों को अलग तरीके से सरकार तक पहुंचाने के लिए युवाओं ने कांवड़ यात्रा निकाली और भगवान शिव से प्रार्थना की कि जल्द शिक्षक भर्ती शुरू हो। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे वर्षों से बेरोजगार हैं, जबकि प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी है।
युवाओं का आरोप है कि सरकार ने चुनाव से पहले “मोदी की गारंटी” के तहत बड़े पैमाने पर शिक्षक भर्ती का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार के 2 साल पूरे होने के बाद भी शिक्षक भर्ती शुरू नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ रोजगार नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को बचाने की लड़ाई भी है।
सरकार की चुप्पी से नाराज युवा लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और जल्द फैसला नहीं होने पर राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।