Pressure points कई समस्याओं का कर सकते हैं निवारण
Pressure points दबाव बिंदु हमारे शरीर के सबसे संवेदनशील लेकिन शक्तिशाली हिस्से माने जाते हैं, जो शारीरिक दर्द को कम करने, शरीर को आराम पहुंचाने और दबाए जाने पर संतुलन स्थापित करने में मदद कर सकते हैं। बता दें कि हमारे हाथों पर कुल आठ दबाव बिंदु होते हैं, जिनमें से हर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आइए आज हम आपको आपको हाथों के प्रमुख पांच दबाव बिंदुओं के लाभ और उनके इस्तेमाल का तरीका बताते हैं।
Pressure points दबाव बिंदु कैसे काम करते हैं?
दबाव बिंदु रिफ्लेक्सोलॉजी और एक्यूप्रेशर चिकित्सा का हिस्सा है। रिफ्लेक्सोलॉजी चिकित्सकों के अनुसार, अपने हाथ में कुछ जगहों पर धीरे से दबाव डालने से आंतरिक अंगों सहित शरीर के अन्य हिस्सों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। ये बिंदु दर्द के वास्तविक कारण का पता लगाने में भी मदद करते हैं और उन पर दबाव डालने से आपको दर्द से काफी राहत मिल सकती है।
हार्ट-7
हार्ट 7 दबाव बिंदु आपकी कलाई लाइन पर छोटी उंगली और अनामिका के बीच मौजूद होता है। रिफ्लेक्सोलॉजी चिकित्सकों के अनुसार, इस बिंदु पर धीरे से दबाव डालने से अनिद्रा, दिल की धडक़न, अवसाद और चिंता से राहत मिल सकती है। तनाव होने पर विशेषज्ञ इस दबाव बिंदु पर एक मिनट तक मालिश करने की सलाह देते हैं। हालांकि, इस दबाव बिंदु पर विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही दबाव डालें।
स्माल इंटेस्टिन 3
स्माल इंटेस्टिन 3 दबाव बिंदु हथेली के पिछले हिस्से पर मौजूद होता है। यह बिंदु छोटी उंगली के ठीक नीचे स्थित है। इस बिंदु पर दबाव डालने से कान का दर्द, गर्दन का दर्द, कंधे का दर्द और यहां तक कि सिरदर्द से भी राहत मिल सकती है। यह बिंदु मतली, रात को पसीने आने और गैस्ट्रिक समस्या से भी राहत प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
एल14
एल14 यानि हे गु प्वाइंट अंगूठे और तर्जनी के बीच में मौजूद होता है, जिसे दबाकर गर्दन के दर्द से राहत मिल सकती है। कई रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट का दावा है कि इस बिंदु को दूसरे हाथ के अंगूठे से दबाकर गर्दन सहित शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों को दर्द से राहत मिल सकती है। वहीं, अगर सोकर उठने के बाद गर्दन में अकडऩ महसूस हो तो भी इस बिंदु को दबाकर राहत मिल सकती है।
इनर गेट प्रेशर प्वाइंट
यह दबाव बिंदु आपको अपच, मतली और पेट दर्द से राहत दिलान में मदद कर सकता है। इस बिंदु के लिए अपने हाथ को सीधा करें और कलाई के नीचे तीन उंगुलियों के बाद बीच में अपने दूसरे हाथ के अंगूठे से हल्का दबाएं क्योंकि यहीं पर इनर गेट प्रेशर प्वाइंट है। इसके बाद अपने अंगूठे को क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज दिशाओं में घुमाएं ताकि उस जगह की अच्छी तरह से मालिश की जा सके।
आउटर गेट प्रेशर प्वाइंट
यह दबाव बिंदु बांह के पिछले हिस्से के दो टेंडन के बीच पाया जाता है। इसके लिए अपनी तीन उंगुलियों को ठीक वहीं रखें जहां कलाई समाप्त होती है क्योंकि बिंदु तीसरी उंगली के अंत में स्थित होता है। इस बिंदु पर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए दबाव डालें। इसके अलावा, इस दबाव बिंदु की मालिश करने से आपको भरपूर ऊर्जा भी मिल सकती है।