6 से 12 सितंबर तक ड्यूटी पर रहेंगे अधिकारी, 8 सितंबर को निकलेगी भव्य झांकी
रायपुर। अनंत चतुर्दशी (6 सितंबर) पर राजधानी रायपुर में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर नगर निगम और प्रशासन ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। इस बार छोटी और बड़ी दोनों प्रतिमाओं के लिए अस्थाई व स्थाई विसर्जन कुंड बनाए गए हैं। बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन हर साल की तरह महादेव घाट स्थित कुंड में होगा, जबकि छोटी प्रतिमाओं के लिए जोनवार तालाबों के पास टंकियों की व्यवस्था की गई है।

नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप ने 6 से 12 सितंबर तक अलग-अलग शिफ्ट में अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी तय की है। इस दौरान विसर्जन स्थल और रूट पर सुरक्षा, प्रकाश, स्वास्थ्य और ट्रैफिक की विशेष व्यवस्थाएँ की जाएंगी।
तालाबों में विसर्जन पर रोक
तालाबों में मूर्तियों का सीधा विसर्जन रोकने के लिए नगर निगम ने हर जोन में टंकियाँ रखी हैं। निगम की टीम इन स्थानों पर तैनात रहेगी, ताकि लोग मूर्तियाँ उन्हीं कुंड में विसर्जित करें। पूजन सामग्री को अलग रखने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिससे नदी और तालाब प्रदूषित न हों।
महादेव घाट पर खास इंतज़ाम
महादेव घाट के कुंड में बड़ी प्रतिमाओं के लिए 6 से 7 क्रेन तैनात की जाएंगी। साथ ही गोताखोरों की टीम, कंट्रोल रूम और सीसीटीवी कैमरों से पूरे क्षेत्र पर नज़र रखी जाएगी।

8 सितंबर को निकलेगी झांकी
8 सितंबर को राजधानी में गणेश झांकियों के साथ विसर्जन यात्रा निकलेगी। झांकी का रूट शारदा चौक से शुरू होकर जयस्तंभ, कोतवाली, सदर बाजार, कंकाली तालाब, लाखेनगर चौक होते हुए महादेव घाट पहुंचेगा। इस दौरान लाखेनगर से महादेव घाट रिंगरोड तक वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू रहेगी।
अधिकारी जिम्मेदारियाँ
- विनोद पांडे (अपर आयुक्त) – नोडल अधिकारी, सम्पूर्ण समन्वय
- राजेश राठौर व राजेश नायडू (प्रभारी अधीक्षण अभियंता) – प्रशासनिक समिति सदस्य
- आभास मिश्रा (नगर निवेशक) – विसर्जन रूट पर जर्जर भवनों का सर्वे और नोटिस
- राजेश्वरी पटेल (जोन-8 कमिश्नर) – महादेव घाट पर क्रेन, मंच, गोताखोर और कंट्रोल रूम व्यवस्था
- प्रीति सिंह (उपायुक्त स्वास्थ्य) – एम्बुलेंस व मेडिकल टीम
- खीरसागर नायक (जोन-5 कमिश्नर) – लाखे नगर चौक पर पंडाल व कंट्रोल रूम
- आशीष शुक्ला (विद्युत विभाग) – प्रकाश व्यवस्था
- नरसिंग फरेन्द्र (जल विभाग) – पेयजल टैंकर की व्यवस्था
नगर निगम और पुलिस प्रशासन का दावा है कि इस बार गणेश विसर्जन पूरी तरह सुरक्षित, व्यवस्थित और प्रदूषण रहित रहेगा।