:रमेश गुप्ता:
दुर्ग : जिले के पुरई खेल मैदान में मिले एक महिला के अधजले शव की गुत्थी महज 24 घंटे के अंदर पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतका का प्रेमी ही निकला। प्रेमिका के शादी के दबाव और लगातार विवाद से तंग आकर आरोपी ने उसकी हत्या कर शव को जलाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की थी।
SP विजय अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में मामले का खुलासा किया. मृतका की पहचान उर्मिला निषाद (उम्र 30 वर्ष), पति धर्मेंद्र चतुर्वेदी, निवासी गौतम नगर सुपेला, भिलाई के रूप में हुई है। उर्मिला के पति ने 8 दिसंबर 2025 को थाना सुपेला में अपनी पत्नी के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

आरोपी विजय बांधे (उम्र 24 वर्ष), निवासी करगाडीह (थाना उतई), हाल न्यू कृष्णा नगर सुपेला, केटरिंग का काम करता है। पुलिस पूछताछ में विजय ने कबूल किया कि वह शादीशुदा है और उसकी पत्नी इस समय गर्भवती है। उर्मिला से उसके अवैध संबंध थे। उर्मिला शादी के लिए लगातार दबाव बना रही थी, साथ ही पैसे के लेन-देन को लेकर सार्वजनिक रूप से बेइज्जती करती थी, जिससे विजय पूरी तरह परेशान हो चुका था।
7 दिसंबर 2025 की शाम करीब 7 बजे विजय ने पहले सुपेला हार्डवेयर लाइन से धारदार चापड़ और उमरपोटी पेट्रोल पंप से प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल खरीदा। फिर उर्मिला को “पाटन में शादी-पार्टी का केटरिंग का काम है” कहकर अपनी प्लेटिना बाइक पर बिठाया। रास्ते में मोमोज और चाइनीज पकौड़ा पैक कराया। दोनों पुरई के सुनसान नहर किनारे खेल मैदान में पहुंचे। मोमोज खाते-खाते फिर विवाद हुआ और विजय ने पहले से तैयार चापड़ से उर्मिला के गले पर ताबड़तोड़ वार किए।
उसकी मौत हो जाने के बाद पेट्रोल डालकर शव को आग के हवाले कर दिया और मौके पर पड़े पराली (पैरों) को भी आग में डाल दिया ताकि शव की पहचान मुश्किल हो जाए। इसके बाद वह बाइक से अपने गांव करगाडीह लौट आया।
8 दिसंबर की सुबह कोटवार केवलदास मानिकपुरी ने थाना उतई में अधजले शव की सूचना दी। एसएसपी दुर्ग विजय अग्रवाल के निर्देश पर तत्काल 6 टीमें गठित की गईं। गुम इंसान रिपोर्ट्स, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के बाद शक की सुई विजय बांधे पर गई। कड़ी पूछताछ में विजय टूट गया और उसने पूरा जुर्म कबूल कर लिया।
9 दिसंबर 2025 को विजय बांधे को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके रक्त लगे कपड़े और हत्या में प्रयुक्त चापड़ बरामद कर लिया गया है। थाना उतई में अपराध क्रमांक 491/2025, धारा 103, 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसएसपी दुर्ग ने बताया कि यह एक चुनौतीपूर्ण अंधा कत्ल था, जिसे महज 24 घंटे में न केवल सुलझा लिया गया, बल्कि मृतका की शिनाख्त और आरोपी की गिरफ्तारी भी कर ली गई। विवेचना जारी है, यदि कोई अन्य व्यक्ति इसमें संलिप्त पाया गया तो उसके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी-साइंटिफिक जांच के लिए एसएसपी महोदय सहित पूरी टीम बधाई की पात्र है।
SP विजय अग्रवाल ने बताया मामले को सुलझाने वाले सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान एडिशनल एसपी अभिषेक झा मौजूद थे