:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- बीती रात 1 बजे ओडिशा से आ रही एक पिकअप अग्रसेन चौक के पास झुंड में बैठे पशुओं को बचाने के चक्कर मे डिवाडर से टकरा गई । डिवाइडर में संकेतक के अभाव के कारण यह घटना घटी । जयस्तंभ चौक से अग्रसेन चौक तक नगर के अन्य स्थानों के स्थान पर लगभग डेढ़ गुनी सड़क चौड़ी है ।
डिवाइडर नही बनाने के कारण अनजान वाहन चालकों द्वारा चौड़ी सड़क देखकर निश्चिंत होकर वाहन चलाने से इस क्षेत्र में सर्वाधिक दुर्घटनाओ की संभावना है । यहां डिवाइडर बनेगा भी या नही यह अभी तक स्पष्ट नही हो सका है । नगरपालिका परिषद द्वारा सड़क चौड़ीकरण के बाद डिवाडर निर्माण पर चुप्पी साध ली है ।
ज्ञातव्य हो की इस क्षेत्र के कुछ व्यापारी अपनी निजी व्यवसायिक समस्या को देखते हुवे वे नही चाहते कि यहां डिवाडर का निर्माण हो । संभवतः इसी दबाव व तुष्टिकरण के चलते नगरपालिका इस क्षेत्र में भारी व अव्यवस्थित यातायात के दबाव व डिवाइडर निर्माण की बेहद आवश्यकता के बावजूद डिवाडर का निर्माण नही कर रही है । इतनी चौड़ी व खुली सड़क होने के कारण कोई कहीं भी व कहीं से भी गाड़ी चला रहा है इस असुरक्षित यातायात के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । डिवाइडर निर्माण से कम से कम लोग अपने साइड में चलने से यातायात भी सुगम व सुरक्षित रहेगा ।
यहां शीघ्र ही डिवाइडर निर्माण किये जाने की आवश्यकता है । वाहन चालकों को जयस्तंभ चौक से अग्रसेन चौक तरफ आते समय चौड़ी सड़क , सड़क में पशुओं का झुंड व डिवाइडरों ने संकेतक के अभाव में अभी तक गौरवपथ में अनेकों दुर्घटनाएं घट चुकी है । घंटेश्वरी मंदिर से बैतारी चौक तक लगभग 6.5 किलोमीटर गौरवपथ में लगभग 40 क्रासिंग अनावश्यक रूप से छोड़ा गया है । यह क्रासिंग छोड़ने का निर्णय व निर्देश नपाध्यक्ष के पति द्वारा दिया गया था ।
इस बात को उनके द्वारा पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में भारी संख्या में क्रासिंग छोड़ने का कारण बताते हुवे कही थी । भारी संख्या में प्राकलन के विपरीत क्रासिंग छोड़े जाने का नुकसान आज व आने वाले समय मे दिखाई देगा । डिवाइडरों के बीच लगभग 40 स्थानों पर क्रासिंग में कहीं भी क्रासिंगों में संकेतकों का निर्माण नही किये जाने से आये दिनों इन क्रासिंगों में ही दुर्घटनाएं अधिक हो रही है । और इसी के परिणाम स्वरूप कल रात 1 बजे उक्त पिकअप इस डिवाडर से टकरा गई ।
ओडिशा से महासमुन्द जा रही पिकअप क्रमांक CG12 BP 8681के चालक कीरित साहू ने बताया की वह रात 1 बजे वह ओडिशा से महासमुन्द जा रहा था । जयस्तंभ चौक के आगे प्लेन रोड होने के धोखे में वह जा रहा था अग्रसेन चौक के पास भारी संख्या में जानवर बैठे थे जिसके कारण आगे डिवाईडर है वह दिखाई नही दिया। अचानक जानवरो के उठने के कारण डिवाईडर दिखाई नही देने के कारण पिकअप डिवाइडर से टकरा गई । डिवाइडर में संकेतक होता तो संभवत इस दुर्घटना से बचा जा सकता था । नगरपालिका व ठेकेदार की लापरवाही का नुकसान उसे उठाना पड रहा है । इस दुर्घटना में वाहन को लगभग 2 लाख रुपये से अधिक का नुकसान होगा ।
ज्ञातव्य हो की विगत 20 फरवरी को नगरपालिका के सभाकक्ष में आयोजित गौरवपथ के शिकायतों व निर्माण के संबंध मे एसडीएम नम्रता चौबे द्वारा अधिकारियों को गौरबपथ में जगह जगह छोड़े गये खतरनाक क्रासिंगों को तत्काल प्रभाव से बन्द किये जाने का निर्देष दिया था किंतु आज 5 माह व्ययतीत हो जाने के बावजूद एक भी क्रासिंग को बन्द नही किया गया है । एक प्रशासनिक अधिकारी द्वारा नगरवासियो की सुरक्षा व जनहित के गंभीरता को देखते हुवे उक्त निर्देश दिया गया था किंतु नगरपालिका परिषद द्वारा अपने प्रशासनिक अधिकारियो के आदेश व निर्देश का कितनी गम्भीरता से पालन किया जा रहा है यह अवैध क्रासिंगों को अभी तक नही हटाये जाने से स्पष्ट दिखाई दे रहा है ।