Physiotherapy Day Today : 8 सितम्बर विश्व फिजियोथेरेपी दिवस…
कोरोना के वर्क फ्रॉम होम ने कर्मचारियों एवं युवाओं को कर दिया अनफिट
राजकुमार मल
Physiotherapy Day Today : भाटापारा- स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में फिजियोथेरेपी चिकित्सा की अपनी अलग पहचान है। डॉ सुधाकर शर्मा ने विश्व फिजियोथैरेपी डे के मौके पर युवा वर्ग के जीवन शैली के अध्ययन मे बताया है
Also read : Prime minister of bangladesh बंगलादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने अजमेर दरगाह में की जियारत
Physiotherapy Day Today : की कोरोना के बाद से फिटनेस की परेशानी 40 वर्ष के युवाओं को आ रही हैं। जबकि इस उम्र में उन्हें सबसे अधिक फिट रहना था। इस बारे में शारदा अस्पताल भाटापारा के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ सुधाकर शर्मा बताया कि उन्होंने यह समस्या सबसे अधिक लॉकडाउन में देखी है।
लॉकडाउन में दो गुना हो गई जवान लोगों मे दर्द की शिकायतः
शारीरिक काम कम होने की वजह से कंधे में दर्द, गर्दन में दर्द हाथों में झुनझुनी, कमर और पैरों में दर्द की समस्या बढ़ी है। लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम की वजह से लोगों ने सेहत को लेकर बेहद लापरवाही बरती है ।
Also read : https://jandhara24.com/news/114121/breaking-news-it-raids-assistant-mineral-officers-house/
घर में काम करने के दौरान सीट में गलत तरीके से बैठने की आदत कई गुना हो गई थी। मोबाइल के बहुत ज्यादा उपयोग की वजह से बच्चों और जवान लोगों मे गर्दन दर्द की शिकायत काफ़ी बढ़ गयी है।
मशीनें दर्द कम करतीं हैं, एक्सरसाइज स्वस्थ रखती हैं
डॉ सुधाकर शर्मा ने बताया की औसतन हर दिन 20 से अधिक लोग फिजियोथैरेपी के लिए पहुंचते हैं। जिनमे आधे लोग मोबाइल एवं लैपटॉप उपयोग ज्यादा करते है।
यह बात ध्यान रखना जरूरी है। वर्तमान में फिजियो का दायरा बढ़ गया है यह सिर्फ ऑथों से सबंध में न रखकर हर विभाग के लिए जरूरी हो गई है। इसमें कैंसर से लेकर न्यूरो तक शामिल हैं।
आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यायाम, खान-पान समेत मेंटल हेल्थ का ख्याल रखना जरूरी है। स्वस्थ्य जीवन ही सफल जीवन की कुंजी हैं और यह प्रत्येक व्यक्ति के अपने हाथ में हैं।
उन्होंने बताया कि मरीज खुद बताते हैं कि पिछले दो साल में उनका रूटीन बिगड़ा है जिसके बाद से उन्हें तकलीफें पहले से बढ़ गयी है एवं दवा लेने से भी आराम नहीं मिल पा रहा है।