रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला तेजी से आगे बढ़ रहा है। धान खरीदी के पांचवें दिन 19 नवंबर को किसानों से 7,11,335 क्विंटल धान की खरीदी हुई, जो शुरुआती चार दिनों की कुल खरीदी के लगभग बराबर है। 15 से 19 नवंबर तक राज्य में कुल 14,54,451 क्विंटल धान का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर धान खरीदी के साथ किसानों को भुगतान भी शुरू कर दिया गया है। इसके लिए मार्कफेड ने अपेक्स बैंक को 214.18 करोड़ रुपये जारी किए हैं। राज्य सरकार पहले ही मार्कफेड को 26,200 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी उपलब्ध करा चुकी है, ताकि किसानों को भुगतान में किसी तरह की बाधा न आए। सभी उपार्जन केंद्रों में व्यवस्था सुदृढ़ की गई है और अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं।
धान खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए कड़ी निगरानी
बाहर से अवैध धान की आवक रोकने के लिए चेकपोस्ट पर अधिकारियों की तैनाती की गई है। मॉलवाहक वाहनों की औचक जांच जारी है। अब तक राज्य में सघन जांच अभियान के दौरान धान के अवैध भंडारण और परिवहन के 373 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 25,567 क्विंटल धान जब्त किया गया है।
जिलों में बढ़ी आवक
खाद्य विभाग के अनुसार, 19 नवंबर को सभी जिलों में कुल 7,11,353 क्विंटल धान खरीदा गया। मैदानी जिलों में धान की आवक खास तौर पर तेज रही। अब तक प्रमुख जिलों में खरीदी इस प्रकार है:
- बालोद: 1,44,468 क्विंटल
- बेमेतरा: 1,86,972 क्विंटल
- दुर्ग: 1,33,514 क्विंटल
- कवर्धा: 58,958 क्विंटल
- राजनांदगांव: 1,60,247 क्विंटल
- खैरागढ़-छुईखदान-गंडई: 90,416 क्विंटल
- बलौदाबाजार-भाटापारा: 1,18,565 क्विंटल
- धमतरी: 1,55,275 क्विंटल
- गरियाबंद: 64,090 क्विंटल
- महासमुंद: 60,883 क्विंटल
- रायपुर: 1,52,850 क्विंटल
टोकन तुंहर ऐप से मिली सुविधा
किसानों ने बताया कि टोकन तुंहर ऐप की ऑनलाइन व्यवस्था से टोकन प्राप्त करना और धान बेचने की प्रक्रिया आसान हुई है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए राज्य में 26.50 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, जबकि कुल पंजीकृत रकबा 29.27 लाख हेक्टेयर है।