धान खरीदी जिला सहित विकासखण्ड के सभी केन्द्रो में 16 दिसम्बर से बंद कर दी गई है

चारामा। धान का उठाव नही होने एव केन्द्रो मे धान की खरीदी के बाद धान को रखने हेतु जगह नही होन के चलते धान खरीदी जिला सहित विकासखण्ड के सभी केन्द्रो में 16 दिसम्बर से बंद कर दी गई है। जिसकी जानकारी खरीदी केन्द्र प्रभारी सहित लेम्पस प्रबंधको के द्वारा जिला अधिकारियो को दे दी गई है और खरीदी केन्द्रो मे भी धान खरीदी बंद की सुचना चस्पा कर दी गई है। धान खरीदी बंद होने से किसानो के सामने धान बेचने की समस्या बढ गई है। धान के लिए किसानो के टोकन ऑनलाईन काटे गये है, लेकिन खरीदी बंद होने से अब व्यावह स्थिति होने की संभावना है। क्योकि खरीदी कब तक शुरू होगी। कुछ पता नही है। मिलरो की हडताल के चलते धान का उठाव शुन्य है और मिलरो की यह हडताल कब तक चलेगी कुछ स्पष्ट नही है। सरकार और मिलरो के बीच हुई अब तक की बातचीत विफल रही है। वही दुसरी ओर खरीदी केन्द्रो में काम करने वाले कम्प्युटर ऑपरेटरो की हडताल होने से धान खरीदी प्रभातिव है। एक माह बीत जाने के बाद भी धान का उठाव शुन्य है और खरीदी अपने लक्ष्य से पीछे चल रही है। और ऐसे में धान खरीदी बंद होने से सरकार द्वारा 31 जनवरी तक धान खरीदी किये जाने के लक्ष्य को शायद ही पूर्ण कर पायेगी। फिलहाल सरकार की ओर से धान खरीदी शुरू करने के लिए क्या कदम उठाये जायेगे, यह देखना होगा, लेकिन इस सभी के बीच धान बेचने का इंतजार करने वाले किसान बेहद चिंतित नजर आ रहे है।