रायपुर के मंदिरहसौद क्षेत्र में अवैध खनन के साथ पत्रकार पर हमले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक वायरल वीडियो में 50 से अधिक हायवा ट्रक और 30-40 जेसीबी व पोकलेन मशीनें रातों-रात मुरूम भरते दिख रही हैं। आरोपों के केंद्र में बलराम सोनवानी है, जो खुद को ठेकेदारों का “कोऑर्डिनेटर” और एक राजनीतिक पार्टी का पदाधिकारी बताता है। वीडियो में वह रिपोर्टर सुजीत यादव को खुलेआम धमकाते हुए कहता है—“ऊपर से नीचे तक सेटिंग है, जो कर सकते हो कर लो।”
खतरनाक हालात में भी सुजीत यादव ने 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी, लेकिन तीन घंटे तक कोई सहायता नहीं मिली। हालात और बिगड़े जब शिकायत दर्ज कराने गए पत्रकार को मंदिरहसौद थाने में मौजूद पुलिसकर्मी ने कॉलर पकड़कर धक्का दिया और अपमानित किया। इस मारपीट का वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जहां विभाग छोटे मामलों में तुरंत कार्रवाई करता है, वहीं इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन और पत्रकार पर हमले पर चुप्पी यह दर्शाती है कि खनन माफिया को संरक्षण प्राप्त है। अब देखना है कि शासन-प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाता है या इसे भी “जांच जारी है” में दफना दिया जाएगा।