जबलपुर। केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलने को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक ने जबलपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि “नाम वही बदलते हैं जो खुद कोई काम के नहीं होते।”
रागिनी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने मनरेगा जैसी रोजगार देने वाली योजना का नाम बदलकर उसे कमजोर करने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि निर्मल भारत को स्वच्छ भारत, नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन को दीनदयाल योजना, और नेशनल मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी को मेक इन इंडिया नाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि मनरेगा के बजट में बदलाव से राज्यों पर 50 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा और योजना की मूल भावना खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले और ईडी के दुरुपयोग को भी विपक्ष पर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश करार दिया।
रागिनी ने कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा जैसे गरीबों के अधिकार को तकनीकी तर्कों से कमजोर किया और देश की सबसे बड़ी रोजगार योजना को खत्म करने की साजिश रची जा रही है।