छत्तीसगढ़ में हाल ही हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर बस्तर क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बस्तर के अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं को मंत्री पद से वंचित कर राजनीतिक रूप से दरकिनार करने की कोशिश की है।

दीपक बैज ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बस्तर के विकास को प्राथमिकता दी गई थी। बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद पर क्षेत्र के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी, साथ ही दो-दो मंत्री बस्तर से बनाए गए थे। लेकिन अब भाजपा सरकार में बस्तर की अनदेखी हो रही है और यहां के नेताओं की राजनीतिक हत्या की जा रही है।
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने बैज के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को सबसे पहले अपने संगठन की हालत पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंत्रिमंडल में किसे शामिल करना है, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।
किरण सिंहदेव ने कहा कि बस्तर से केदार कश्यप पहले से ही मंत्री पद पर हैं, वहीं कोंडागांव की विधायक लता उसेंडी बस्तर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष हैं और मैं स्वयं प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही हूं। ऐसे में बस्तर की उपेक्षा का आरोप निराधार है।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शुरू हुई यह बयानबाज़ी आने वाले दिनों में और तेज़ हो सकती है।