राजकुमार मल
खत्म होगी मैनी, दीमक, चींटी और घोंघा
Now cilantro seeds भाटापारा- सरसों की खेती की तैयारी कर रहे किसानों के लिए खुशखबरी। सीताफल के बीज और पत्तियों की मदद से खतरनाक कीट मैनी का हमला न केवल रोका जा सकेगा बल्कि समूल खत्म भी किया जा सकेगा।
Now cilantro seeds मैनी। एक ऐसा सूक्ष्म कीट, जो सरसों की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। सब्जी की फसलों पर यदि इसने प्रवेश कर लिया तो फसल को बचा पाना लगभग नामुमकिन ही होता है। दवाइयां तो हैं लेकिन असर न केवल उत्पादन पर होता है बल्कि भूमि पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह घटती उर्वरा शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। लिहाजा अनुसंधान में ऐसे जैविक कीटनाशक की खोज में सफलता मिली है, जो इन दुष्प्रभावों से मुक्त है।
ऐसे बनाएं जैविक कीटनाशक
Now cilantro seeds बेहद सरल है सीताफल के बीज, पत्तियों और फल से जैविक कीटनाशक बनाना। बीज और पत्तियों को अच्छी तरह सूखा लेना होगा। हरे फल को भी ऐसे ही तेज धूप में सूखाना होगा। सूखने के बाद पीसना होगा। पाउडर का रूप लेने के बाद छानना होगा। 500 ग्राम पाउडर को 20 लीटर पानी में 24 से लेकर 42 घंटे तक रखें। तैयार है जैविक कीटनाशक। स्प्रे के दौरान ध्यान रखें कि छिड़काव पत्तियों और तनों तक हों ताकि जड़ों तक आसानी से पहुंच सके।
होंगे खत्म ये कीट
Now cilantro seeds सीताफल के बीज और पत्तियों से बने जैविक कीटनाशक के इस स्प्रे से मैनी, मिलीबग, टरमाइट, घोंघा और चींटी की आबादी नियंत्रण में रखी जा सकेगी। समूल खात्मा में भी इसे सक्षम पाया गया है। दिलचस्प यह कि शत्रु कीट की लगभग हर प्रजाति को रोका जा सकता है।
जरूरी यह सावधानी
Now cilantro seeds सीताफल के बीज और पत्तियों से बना यह जैविक कीटनाशक बेहद खतरनाक है। बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से इसे दूर रखना है। छिड़काव करते वक्त त्वचा पर बूंदें न पड़ें, इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी होगा।
बीज में ऐसिटोजेनिन
सीताफल स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ बीज पत्तियों छाल और जड़ों में निहित रसायनों में प्रभावी कीटनाशक के गुण होते हैं। सीताफल के बीज में एसिटोजेनिन होता है, जिसमें कीटनाशक, तंत्रिका तंत्र प्रभावी एवं जीवाणुनाशक गुण होते हैं।
– अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट, फॉरेस्ट्री, टीसीबी कॉलेज ऑफ एग्री एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर