National Space Day : छात्र-छात्राएं इसरो में कार्यरत मिशन चंद्रयान से जुड़े वैज्ञानिक डॉ.ऋषि तोषकुमार सिन्हा से चंद्रयान की जानकारी को जान पाए
National Space Day : बसना ! शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अरेकेल में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर शिक्षक प्रेमचन्द साव के नेतृत्व में पोस्टर निर्माण,प्रोजेक्ट निर्माण, चित्रकला,निबंध प्रतियोगिता,प्रश्नोत्तरी,प्रश्न मंच क्विज प्रतियोगिता,चंद्रयान विषय पर कविता पाठ, अंतरिक्ष व विज्ञान क्षेत्र में भारत की उपलब्धियॉं पर व्याख्यान आदि विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर प्रश्न मंच क्विज प्रतियोगिता हेतु चार टीमों में विक्रम साराभाई टीम से शिवम् देवांगन,रमण साव प्रथम स्थान व एपीजे अब्दुल कलाम टीम से पल्लवी सिदार,डिमेश देवांगन द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किया गया।
सतीश धवन टीम से वर्षा यादव, कुंती साव,विक्रम साराभाई टीम से शिवम् देवांगन,रमन साव, होमी जहांगीर भाभा टीम से ख्वाईश चौहान,नुजहत बानो,कल्पना चावला टीम से सुमन नाग,पूनम साव तथा एपीजे अब्दुल कलाम टीम से पल्लवी सिदार,डिमेश देवांगन आदि बच्चों द्वारा भाग लिया गया।
अंतरिक्ष में भारत देश के योगदान को विस्तारपूर्वक बताते हुए बाल कैबिनेट प्रभारी शिक्षक प्रेमचन्द साव ने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने निरंतर प्रगति की है और कई मामलों में साबित कर दिखाया है कि दुनिया के किसी भी विकसित देश से वह पीछे नहीं है।भारत की अंतरिक्ष में भूमिका न केवल देश के वैज्ञानिक और तकनीकी विकास का प्रतीक है बल्कि यह हमारे देश की आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व की क्षमता को भी दर्शाती है।
चंद्रयान,अंतरिक्ष एवं अन्य विषयों पर व्याख्यान का भी आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के सक्रिय सदस्यों द्वारा व्याख्यान दिया गया।इसरो में कार्यरत प्रतिभावान युवा वैज्ञानिक,मिशन चंद्रयान से जुड़े डॉ ऋषि तोष कुमार सिन्हा के राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर आयोजित आनलाइन वेबिनार से भी अरेकेल के छात्र-छात्राएं जुड़े जिसमें चंद्रयान 2 और 3 से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां जानकर बच्चे अपने जिज्ञासाओं को जान पाए।
अंतरिक्ष एवं विज्ञान क्षेत्र में योगदान देने वाले भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के जनक डॉ.विक्रम साराभाई, सतीश धवन, होमी जहांगीर भाभा एवं एपीजे अब्दुल कलाम आदि वैज्ञानिकों के बारे में व्याख्यान देकर बच्चों को शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने हेतु प्रयास किया गया।
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National Space Day : सभी छात्र -छात्राओं द्वारा पौराणिक किवदंतियों के बारे में जानकर अपने चंदा मामा के लिए पत्र भी लिखे गए। छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व अपर कलेक्टर विश्वास मेश्राम ने भी वैज्ञानिकों के कठिन परिश्रम,अंतरिक्ष एवं विज्ञान क्षेत्र में भारत के योगदान को विस्तारपूर्वक बताया।इस अवसर पर प्रभारी प्रधान पाठक हीराधर साव,विज्ञान शिक्षक प्रेमचन्द साव, राजकुमार निषाद,बाल कैबिनेट के सभी सदस्यगण, शिक्षकगण,पालकगण आदि काफी संख्या में उपस्थित रहें।