Nardha Gauthan : नारधा गौठान बना महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया, मुर्गीपालन से अब तक एक लाख का फायदा

Nardha Gauthan :

Nardha Gauthan नारधा गौठान बना महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया

Nardha Gauthan दुर्ग। ग्राम पंचायत नारधा में गौठान समूह की महिलाओं को अलग-अलग गतिविधियों से आर्थिक लाभ मिल रहा है। कृषि अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त कर गौठान में वर्मी खाद का उत्पादन समूह द्वारा किया जा रहा है, जिससे अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है। गौठान में विभिन्न गतिविधियों से जुडक़र स्व सहायता समूह की महिलाएं घर का खर्चा चलाने में सहयोग प्रदान कर रही है। वर्तमान में नारधा गौठान में सखी स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को प्रत्येक माह लगभग तीन हजार रूपए का आय प्राप्त हो रहा है। अब तक वर्मी से एक लाख 78 हजार रूपए का मुनाफा प्राप्त कर चुके हैं। स्व सहायता समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट से प्राप्त राशि का उपयोग अपने कार्य का विस्तार करने में लगा रही है।

गौठान में ही समूह की महिलाओं द्वारा मुर्गी पालन का कार्य भी किया जा रहा है। मुर्गीपालन कर बाजार में उसे थोक के भाव में बेचकर आय प्राप्त कर रही हैं। मुर्गीपालन से अब तक एक लाख का फायदा हो चुका है । समूह की महिला श्रीमती तिला बाई ने कहा कि प्राप्त आय से बेटे की शादी के लिए लिया गया कर्ज को चुका पाई। जो मेरे लिए असंभव था, लेकिन जब से मैं स्व सहायता समूह से जुड़ी तब से मुझे रोजगार प्राप्त होने के साथ-साथ मेरे ऊपर जो कर्ज का भार था उसे समाप्त कर पाई हूॅ। अन्य महिलाएं भी प्राप्त आय का उपयोग आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में कर रही है।

साथ ही गौठान में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा नारधा आदर्श गौठान में मछली पालन के लिए बायो फ्लाक का निर्माण भी किया गया है। वर्तमान में बायो फ्लाक में मछली डाला गया है। नारधा गौठान में ही सखी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौठान में गाय पालन कर दुध बेचकर अच्छी कीमत प्राप्त कर रहे हैं। गायों से प्राप्त दुध को अहिवारा के के होटलों में विक्रय कर दूध से लगभग 35 हजार रूपए की शुद्ध कमाई कर रही है। साथ ही गोबर विक्रय से लगभग 15 हजार रूपए की आय प्राप्त कर रही है। बाड़ी विकास योजना के अंतर्गत नारधा गौठान में ही बाड़ी में सब्जी भाजी में पत्तागोभी, भिंडी, चेच भाजी, करमत्ता भाजी व प्याज का उत्पादन कर महिलाओं द्वारा उसे स्थानीय बाजार में बेचकर अच्छी आय अर्जित कर रही है। अब तक बाड़ी से समूह को लगभग एक लाख का आय प्राप्त कर चुकी है।

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