जगदलपुर| शहर के दलपत सागर वार्ड में संचालित मां दंतेश्वरी ट्रामा एंड क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में है। इस बार आरोप मेडिकल वेस्ट को खुले में जलाने को लेकर है। नगर निगम की जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर इसकी पुष्टि की और अस्पताल प्रबंधन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है।

क्या है मामला?
मंगलवार देर शाम निगम की टीम जब अस्पताल पहुंची, तो वहां परिसर में जले हुए मेडिकल कचरे के अवशेष पत्तों से ढंके मिले। पूछताछ में अस्पताल प्रबंधन ने इसे “पुराना कचरा” बताकर बात टालने की कोशिश की। टीम ने जब मेडिकल वेस्ट निपटान की विधिवत व्यवस्था दिखाने को कहा, तो एक सीमेंट से बना गड्ढा पेश किया गया, जिसे “सेफ्टी टैंक” बताया गया।

नहीं दिखा सके मान्य दस्तावेज
जब टीम ने छत्तीसगढ़ राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (CSPCB) से पंजीयन और मेडिकल वेस्ट निपटान से जुड़े दस्तावेज मांगे, तो अस्पताल प्रबंधन केवल नगर निगम का NOC दिखा सका, जो कि इस मामले में मान्य नहीं है।
इसके बाद टीम ने प्रबंधन को निर्देश दिए कि 24 घंटे के भीतर:
- PCB प्रमाण पत्र
- मेडिकल वेस्ट निपटान स्थल की जानकारी
- आवश्यक अन्य दस्तावेज
- और लिखित जवाब
प्रस्तुत करें।
पहले भी विवादों में रहा है अस्पताल
- यह अस्पताल पिछले एक वर्ष से मृत व्यक्ति के नाम पर संचालित हो रहा है।
- पूर्व में मामला सामने आने पर सिर्फ ₹20,000 का जुर्माना लगाया गया था।
- कुछ महीने पहले यहां 3 महीने के शिशु की मौत का मामला भी सामने आया था, जो अब भी लंबित है।
प्रशासन सख्त
बस्तर कलेक्टर हरीश ऐश पहले भी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की बात कह चुके हैं। निगम की जांच में नए तथ्य सामने आने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या निजी अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट निपटान के मानकों का सही पालन हो रहा है?
यदि मांगे गए दस्तावेज समय पर और संतोषजनक नहीं मिले, तो कानूनी कार्रवाई तय मानी जा रही है।