Municipal administration : पालिका प्रशासन को व्यापारियों की दो टूक, सीढ़ियां बनवा कर दें, तब ही लेंगे दुकानें

Municipal administration :

राजकुमार मल

 

Municipal administration : पालिका प्रशासन को व्यापारियों की दो टूक, सीढ़ियां बनवा कर दें, तब ही लेंगे दुकानें

 

 

Municipal administration : भाटापारा– नक्शा में जहां बताई गई हैं सीढ़ियां, वहां बनवा कर दें, तब ही लेंगे दुकानें। यह दो टूक बात 6 बरस पहले कही गई थी। आज भी यह बात बेहद मजबूती के साथ कही जा रही है।

पंडित रविशंकर शुक्ल काम्पलेक्स। फिल्टर प्लांट में बना यह व्यावसायिक परिसर एक बार फिर से चर्चा में आ रहा है क्योंकि व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में अच्छी संभावना देखते हुए, इस परिसर की प्रथम तल में दुकान लेने वाले कारोबारियों ने पालिका प्रबंधन से कहा है कि नीलामी के समय जो नक्शा दिखाया गया था, उसके अनुसार निर्माण नहीं किया गया है। त्रुटियां दूर करें, तब ही दुकानें ली जाएंगी।

Municipal administration : इसलिए हो रहा विवाद

 

2017 में नगर पालिका प्रशासन ने अपने स्वामित्व वाले फिल्टर प्लांट के सामने के हिस्से में व्यावसायिक परिसर का निर्माण करवाया। मुख्य द्वार के दोनों किनारे पर समान आकार वाले इस परिसर का एक हिस्सा तो सही बनाया गया लेकिन दूसरे हिस्से के प्रथम तल जाने के लिए बनाई गई सीढ़ियों की जगह बदल दी गई। नक्शे के अनुसार मध्य में होनी थी सीढ़ियां लेकिन किनारे कर दी गई। विवाद यहीं से शुरू हुआ। प्रथम तल में आने-जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। इसलिए जिन कारोबारियों ने दुकान ली थी, उन्होंने हैंड ओवर से इनकार कर दिया।

6 साल से ताला

 

2017 के बाद अब 2023 का बरस चल रहा है लेकिन स्थिति जस की तस है। ना प्रशासन ने ध्यान दिया, ना जनप्रतिनिधि रुचि दिखा रहे हैं। ऐसे में बड़ा नुकसान उन व्यापारियों को हो रहा है, जिन्होंने बड़ी पूंजी लगाकर परिसर में दुकान ली हुई हैं लेकिन अब यह वर्ग आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहा है।

ध्यान इस पर भी नहीं

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पंडित रविशंकर शुक्ल व्यावसायिक परिसर में जिन दुकानों को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है उसे पालिका को भी हर बरस राजस्व की हानि हो रही है। इसके बावजूद जैसा मौन पालिका प्रशासन और पालिका प्रतिनिधियों ने साधा हुआ है, वह हैरत में डाल रहा है। आखिर गलतियां कब सुधारी जाएंगी ?

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