:रामनारायण गौतम:
सक्ती , ग्राम पंचायत पलाडी़ खुर्द में मनरेगा तकनीकी सहायक क्षितिज राज ग्राम पंचायत में पदस्थ रहते हुए ठेकेदारी करने एवं मनरेगा से लगभग 19 लाख से बनने वाले नाली निर्माण का कार्य एस्टीमेट से हटकर कराया गया. इसकी लिखित शिकायत धर्म रात्रे के द्वारा कलेक्टर कार्यालय एवं जनपद पंचायत कार्यालय को शिकायत की गई थी जिस पर टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए गए थे. जांच के उपरांत नाली निर्माण में भारी अनियमिता पाई गई.

जांच में शिकायतकर्ता को उपस्थित होने की बात कही गई मौके पर जांच के उपरांत नाली निर्माण में भारी अनियमिता पाई गई जांच टीम द्वारा एस्टीमेट के आधार पर जांच किया गया जिस पर 4:30 मी नाली का निर्माण किया जाना था परंतु 308 मीटर नाली निर्माण पाया गया तथा नाली की चौड़ाई 90 सेंटीमीटर होनी थी परंतु नाली का निर्माण में कहीं 60 सेंटीमीटर तो कहीं 45 सेंटीमीटर पाया गया वहीं नीचे की फ्लोरिंग कंक्रीट भी मापदंड से 2 इंच कम तथा कुछ जगहों पर नाली स्लेप ढक्कन लगाया गया है जो डेढ़ इंच और 2 इंच है जबकि नाली स्लेप ढक्कन 4 इंच का एस्टीमेट में पाया गया नाली निर्माण क्षितिज राज इंजीनियर ठेकेदार के द्वारा कराया गया.
यह बात गांव के देव प्रसाद ने बताया की नाली निर्माण क्षितिज राज द्वारा किया गया है और ऐस्टीमेट से हटकर कार्य कराया गया शासन प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है निर्माण कार्य सही हो की जिम्मेदारी तकनीकी सहायक क्षितिज राज कोषों की गई थी परंतु क्षितिज राज द्वारा स्वयं ठेकेदारी कर निर्माण काम कर शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया और इस नाली का सही लाभ ग्राम वासियों को नहीं मिल पाएगा जांच के दौरान शिकायत करता धर्म रात्रे ने बताया ग्राम वासी द्वारा मुझे जानकारी दी गई थी कि तकनीकी सहायक क्षितिज राज नाली की ठेकेदारी कर रहा है और इसके द्वारा नाली निर्माण में भारी अनियमिता करते हुए स्टीमेट से हटकर कार्य कराया जा रहा है.

जिसकी शिकायत मेरे द्वारा किए जाने पर 8 जुलाई को जांच टीम द्वारा जांच की गई जिसमें नाली निर्माण एस्टीमेट के आधार पर नहीं पाया गया रात्रे ने बताया ग्राम वासियों द्वारा बताया गया कि क्षितिज राज द्वारा नाली निर्माण का कार्य किया गया है जांच टीम एवं सरपंच कि उपस्थिति में जांच किया गया जिसमें एस्टीमेट के आधार पर 90 सेंटीमीटर चौड़ा नाली बनना था परंतु कहीं 45, कहीं 60 सेंटीमीटर पाया गया है परन्तु तकनीकी सहायक के द्वारा मूल्यांकन एस्टीमेट के आधार पर कर कूट रचना करते हुए शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया है जांच के दौरान ग्रामीण देवप्रसाद ने नाली निर्माण, को लेकर बताया इंजीनियर नाली निर्माण कर ठेकेदारी और एस्टीमेट से हटकर नाली निर्माण कर एस्टीमेट के आधार पर मूल्यांकन कर राशी आहरण कर लिया है जांच अधिकारी द्वारा नाली निर्माण को लेकर बताया गया की नाली के स्लेप नाली निर्माण में भी अनीयमिता पाई गई है जिसको लेकर हमारे द्वारा जांच प्रतिवेदन अग्रिम कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारी को सौपां जाएगा उच्च अधिकारियों के निर्देश पर ही आगे कार्रवाई की जाएगी