Mini Stadium Charama सीएम के प्रोग्राम के बाद कचरा से पटा मिनी स्टेडियम की हुई दुर्दशा

Mini Stadium Charama

Mini Stadium Charama बिना रखरखाव के मैदान कब तक सुरक्षित रहेगा

Mini Stadium Charama चारामा। 28 अक्टूबर को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का आगमन चारामा नगर के मिनी स्टेडियम में विधायक स्वर्गीय मनोज मंडावी के श्रद्धांजलि और आम सभा कार्यक्रम के दौरान हुआ था। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर मिनी स्टेडियम में तैयारियां की गई थी।

Mini Stadium Charama स्टेडियम में बड़े बड़े मंच ,बड़े बड़े पंडाल लगाए गए ,लेकिन हर बार की तरह इस बार भी प्रशासन की लापरवाही सामने आई,और कार्यक्रम को खत्म हुए 05 दिन बीतने के बाद भी किए गए बड़े-बड़े गड्ढे को खुल छोड़ दिया गया है। इसके पहले भी मुख्यमंत्री के दो कार्यक्रम 27 अप्रैल और 13 अगस्त को भी इसी मिनी स्टेडियम मे कार्यक्रम हुआ ,वहां पर भी प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम होने के पहले से लेकर कार्यक्रम खत्म होने के दिन तक मिनी स्टेडियम को कैप्चर किया गया, और कार्यक्रम खत्म होने के बाद किसी भी प्रशासन के अमले ने उस मिनी स्टेडियम में किए गए बिगाड़ को सुधारने का प्रयास नहीं किया गया और मिनी स्टेडियम पूरी तरह से तहस-नहस हो गया है।

 

Mini Stadium Charama 13 अगस्त का कार्यक्रम जोकि भरी बारिश में हुआ, उसमें तो बड़े बड़े वाहनों के उपयोग होने के चलते पूरा मिनी स्टेडियम जो की समतल भूमि थी, को उबड खाबड़ कर दी गई ,पुरे स्टेडियम में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए, जिसे कार्यक्रम समाप्ति के बाद प्रशासन ने भरना या समतल करना उचित नहीं समझा। जिसके चलते वहां प्रतिदिन टहलने और कई नौकरियों के लिए तैयारी करने वाले युवक-युवतियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिसकी शिकायत मुख्य रूप से युवाओं के द्वारा व समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय एसडीएम, पीडब्लूडी विभाग, तहसीलदार सभी को दी गई, सभी के द्वारा उन गड्ढों को भरकर मैदान को समतल करने का आश्वासन दिया गया, लेकिन किसी भी प्रशासन के अमले ने महीने भर तक उस भूमि पर उस मिनी स्टेडियम की भूमि पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं करवाया ,अंत में उस मिनी स्टेडियम में टहलने वाले और विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवक-युवतियों ने अपना श्रमदान देकर उस मिनी स्टेडियम के गड्ढों को अन्य जगह की मिट्टी से पाटा और समतल किया और 2 महीने बाद फिर मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में उस समतल मिनी स्टेडियम को फिर से गड्ढों से भर दिया है और एक बार फिर प्रशासन के द्वारा उस मिनी स्टेडियम पर अपना पूर्णता हक जमा कर बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए और उस गड्ढों को खुला छोड़ दिया है, जिससे फिर से उस मिनी स्टेडियम में खेल कूद करने वाले युवक-युवतियों,टहलने वाले लोगों सहित विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करने वाले लोगों को दौड़ भाग करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

Mini Stadium Charama साथ ही साथ समस्या सिर्फ गड्ढों की नहीं, ऐसे बड़े आयोजन जब जब मिनी स्टेडियम में हुए ,तब तब कई लोगों के खाने-पीने की तैयारियां की गई, लोगों के द्वारा खाना-पीना करने के बाद उस गंदगी को मिनी स्टेडियम में छोड़ दिया गया, जूठे प्लास्टिक की थैलियां प्लास्टिक के पत्तल गिलास सब मिनी स्टेडियम में आज भी पढ़े हुए हैं, इसके पहले के कार्यक्रमों में भी ऐसा ही हुआ था ,जिसे लोगों के द्वारा आमजन के द्वारा हटाया गया था और एक बार फिर वही स्थिति मिनी स्टेडियम में देखी जा रही है !

क्योंकि नगर में सिर्फ एक ही एक ऐसा स्थान मैदान बचा हुआ है। जो कि सुरक्षित है जो कि हर प्रतियोगिताओं के लिए लोगों के टहलने योग प्राणायाम व खेल प्रतियोगिताओं के लिए सुरक्षित है। बीते कुछ दिनों से कुछ महीनों से इस मैदान का उपयोग शादी पार्टियों के लिए भी किया जाने लगा है। उसमे भी पार्टियों के बाद गंदगी को मिनी स्टेडियम में छोड़ दिया जाता हैं।जिसकी बदबू कई दिनो तक बनी रहती हैं अगर इसी तरह मैदान का दुरुपयोग होता रहा तो धीरे धीरे मैदान खत्म हो जाएगा ,क्योंकि वर्तमान में प्रशासन के द्वारा इस मैदान में बस आयोजन किए जा रहे हैं, उसका रखरखाव के लिए बीते 10 से 15 वर्षों से ₹1 भी खर्च नहीं किया गया है। ऐसे में बिना रखरखाव के मैदान कब तक सुरक्षित रहेगा।

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