गरियाबंद, 19 अगस्त 2025 — छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल ब्लॉक मैनपुर में खाद की भारी कमी को लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को झमाझम बारिश के बीच सैकड़ों किसान छातों के साथ सड़क पर उतरे और नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि तीन दिनों के भीतर खाद का वितरण नहीं हुआ, तो वे नेशनल हाइवे को जाम कर देंगे।

सप्लाई में देरी और कालाबाजारी से नाराज किसान
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष टीकम सिंह कपिल ने बताया कि क्षेत्र में यूरिया, डीएपी और पोटाश खाद की मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं हो रही है। वहीं, खुले बाजार में खाद तीन गुना कीमत पर बेची जा रही है। किसानों का आरोप है कि संबंधित विभाग के अधिकारी कालाबाजारी पर रोक लगाने में नाकाम हैं और कई बार छापेमारी की सूचना पहले ही दुकानदारों तक पहुंचा दी जाती है, जिससे दुकानें बंद हो जाती हैं।
प्रशासन ने भेजे दो ट्रक खाद, आंदोलन टला
प्रदर्शन से पहले प्रशासन ने डबल लोक तक दो ट्रक खाद पहुंचाकर स्थिति को संभालने की कोशिश की। इसके बाद किसानों ने तत्काल चक्काजाम की जगह ज्ञापन सौंपकर तीन दिन की मोहलत दी। मैनपुर थाना प्रभारी शिव शंकर हुर्रा की सक्रिय भूमिका से आंदोलन को फिलहाल टाल दिया गया।
SDM को सौंपा ज्ञापन, चेतावनी बरकरार
किसानों ने तहसीलदार रमेश मेहता के माध्यम से गरियाबंद कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए खाद की नियमित आपूर्ति और कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि 3 दिन में समाधान नहीं हुआ तो नेशनल हाइवे पर बड़ा आंदोलन होगा।
बैठक में मौजूद प्रमुख लोग
इस आंदोलन में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष टीकम सिंह कपिल, संरक्षक खेदू नेगी, प्रेमसाय जगत, छबि दीवान, सियाराम ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव समेत सैकड़ों किसान शामिल रहे।