:राजकुमार मल:
भाटापारा- श्री महासती मंदिर का 73वां वार्षिकोत्सव 5 अगस्त से 7अगस्त तक मनाया जायेगा। 6 अगस्त द्वादश के दिन मुख्य कार्यक्रम में सुबह 9 बजे सुंदरकांड पाठ ( पंचमुखी सुंदरकांड समिति के द्वारा ) दोपहर 12 बजे मुख्य गर्भगृह में छप्पन भोग व महाआरती होगी।

दोपहर 2 बजे से रामराज्यभिषेक ( पंडित सनत कुमार जी मिश्र चित्रकूट , पंडित नंदकिशोर जी वैष्णव भाटापारा , बिंदु सत्संग मंडल एवं श्याम मित्र मंडल के द्वारा संपन्न के बाद श्री राम दरबार की आरती व प्रसाद वितरण। रात 7 बजे पुनः मुख्य दरबार की आरती तथा रात्रि 8 बजे से जयपुर की भजन प्रवाहिका श्री मति कोमल शर्मा का भजन कार्यक्रम होगा. सती के मंदिरों में श्री महासती मंदिर छत्तीसगढ़ की सर्वप्रथम मंदिर है जहां मुख्य गर्भगृह में तीन देवियां क्रमशः श्री महालक्ष्मी जी , श्री महासती जी , श्री महादुर्गा जी विराजमान है । तथा परिक्रमा की ओर में अनेक देवी देवताओं के मंदिर भी है।

मंदिर में सात अखंड ज्योत प्रज्जलवित है जिसमें गर्भगृह में दो, श्री हनुमान जी की एक तथा चार अखंड ज्योत श्री शिव जी के मंदिर में जल रही है। मंदिर स्थापना के समय से चित्रकूट के पंडित रामपाल जी त्रिपाठी अपनी सेवाएं देते रहे तत्पश्चात उनके निधन के बाद से वर्तमान में उनके पुत्र पंडित उमाकांत जी सेवाएं दे रहे है।