शोभा चंद्राकर
Mahasamund News Today : प्लांट प्रबंधन की लापरवाही एवं वादा खिलाफी का खामियाजा भुगत रहा आर्थिक रुप से कमजोर परिवार, दर- दर की ठोकर खाने को मजबूर
Mahasamund News Today : महासमुंद ! महासमुंद जिले में संचालित करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड प्लांट के प्रबंधन की लापरवाही एवं वादा खिलाफी का खामियाजा एक आर्थिक रुप से कमजोर परिवार को दर- दर की ठोकर खाने को मजबूर कर दिया है ।
जी हां, एक युवक प्लांट में हादसा हो जाने के कारण लगभग 50 प्रतिशत जल गया । प्लांट प्रबंधन द्वारा उसे आनन फानन में अस्पताल ले गये जहाँ हालत गंभीर होने पर रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया और घायल युवक के परिजनों को प्रबंधन ने पूर्ण स्वस्थ होने तक इलाज , इलाज के दौरान परिवार खर्चे के लिए प्रति माह वेतन एवं पूर्ण स्वस्थ होने पर शारीरिक योग्यता के अनुसार कार्य देने का वादा किया, लेकिन दो माह तक अस्पताल का खर्च देने के बाद प्लांट प्रबंधन ने पीड़ित को उसके हाल पर छोड़ दिया और प्लांट प्रबंधन ने आज तक हादसे की जानकारी पुलिस को भी नही दी । पीड़ित अभी भी अस्वस्थ है और मुआवजे के लिए प्लांट के चक्कर काट रहा है। पीड़ित अब एक – एक रुपये के लिए परेशान है और पीड़ित की मां मजबूरी में आत्म हत्या करने तक की बात कह रही है। वही पुलिस विभाग शिकायत मिलने के बाद जांच के उपरांत कार्यवाही की बात कह रही है ।
महासमुंद जिला मुख्यालय से 13 किमी की दूरी पर ग्राम खैरझिटी में 125 एकड़ में करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से प्लांट संचालित है । प्लांट में आसपास के गांव के अकुशल श्रमिक भी काम करते है। उन्हीं में से एक है यश साहू ,जो प्लांट में बतौर हेल्पर कार्य करता था । यश साहू के पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। यश साहू प्लांट में काम करके अपनी मां व एक छोटे भाई का भरण पोषण करता था, लेकिन 25 जून 2024 को यश जब प्लांट में काम कर रहा था तभी किलन भट्ठी में विस्फोट हो गया। इस विस्फोट की जद में आ कर तीन से चार लोग झुलस गये । यश साहू 50 प्रतिशत झुलस गया । प्लांट प्रबंधन ने हादसे की जानकारी पुलिस को दिये बिना ही लिपापोती कर मामले को दबा दिया और गुपचुप तरीके से घायलो को स्थानीय अस्पताल ले आया। जिसमें यश की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने रायपुर रिफर कर दिया ।
प्लांट प्रबंधन ने यश को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया । प्लांट प्रबंधन ने यश के परिजनों को भरोसा दिलाते हुए कहा यश जब तक पूर्ण रुप से स्वस्थ नही हो जाता इलाज का पूरा खर्च कंपनी करेगी साथ ही जब तक पूरी तरह ठीक नही हो जाता पैसा भी देगी और ठीक हो जाने के बाद शारीरिक क्षमता के अनुसार काम भी दिया जाएगा, लेकिन प्लांट प्रबंधन ने मात्र दो माह इलाज कराया और जब यश साहू डिस्चार्ज होकर घर आ गया तो इलाज का पैसा देना बंद कर दिया ।
यश अभी भी पूर्ण रुप से स्वस्थ नही है । चिकित्सक अभी पूर्ण रुप से स्वस्थ होने में एक वर्ष का समय लग जाने की बात कह रहे है । चूंकि यश अपने घर का इकलौता कमाने वाला है और इस हालात में कही दूसरी जगह काम भी नही कर सकता इसलिए उसके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट आ गया है । यश ने कई बार प्लांट प्रबंधन से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन प्लांट प्रबंधन मोबाइल स्वीच आफ कर देते है । आखिर में थक हार कर यश ने विधायक व थाना में इसकी शिकायत की । पीड़ित एवं उसके मां का कहना है कि प्लांट प्रबंधन वादा करके भी मुआवजा नही दे रही है, यही स्थिति रही तो आत्म हत्या करने की परिस्थिति आ जायेगी ।
करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन ने इस पूरी घटना की सूचना न पुलिस को दी, और ना ही जिला प्रशासन को दी । बावजूद इसके पीड़ित को मुआवजा देने के बजाय मुकर गयी । इस मामले में जब प्लांट प्रबंधन से उनका पक्ष जानने के लिए मीडिया की टीम प्लांट पहुंची तो वहाँ कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नही थे । वही पुलिस इस पूरे मामले में प्लांट प्रबंधन के द्वारा सूचना पुलिस को नही देने पर प्रथम दृष्टिया प्लांट प्रबंधन की लापरवाही मानते हुए जांच के उपरांत कार्यवाही किये जाने की बात कह रही है ।
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Mahasamund News Today : गौरतलब है कि, करणी कृपा पावर प्लांट जब से स्थापित हुआ है, तब से विवादों में है । सूत्र के अनुसार प्लांट में अभी तक दो हादसे हो चुके है । पहला हादसा 25 जून को हुआ जिसमें करीब चार लोग झुलसे थे। इसमें एक की मौत होना बताया जा रहा है। और दूसरा हादसा 8 सितंबर को हुआ , जिसमें तीन लोगों के घायल होने की खबर आई , जिसमें से एक की मौत हो गयी । हादसे के बाद पुलिस प्रशासन को सूचना नही देना कई सवालों को जन्म देता है। ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा । बहरहाल पुलिस ने प्लांट प्रबंधन व अस्पताल दोनों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है । देखना होगा कि, जांच के बाद यश जैसे पीड़ितों को इंसाफ मिल पायेगा या नही या मिलेगा तो कब तक ये एक सवाल बना हुआ है।