भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में आगामी 1 नवंबर को होने वाले मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष स्थापना दिवस ‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष’ की थीम पर मनाया जाएगा। इसके तहत आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के तहत किए गए नवाचारों और उपलब्धियों का प्रभावी प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
डॉ. यादव ने बताया कि इस वर्ष का मुख्य फोकस युवाओं को रोजगार, कौशल उन्नयन, तकनीकी शिक्षा और उद्यमशीलता के विकास से जोड़ने पर रहेगा। कार्यक्रमों की थीम “रोजगार के मंदिर हैं उद्योग” पर आधारित होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य स्थापना दिवस से जुड़ी सभी गतिविधियों में इन विषयों को आकर्षक और प्रेरक रूप में प्रस्तुत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि स्थापना दिवस कार्यक्रमों में प्रदेश में धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन गतिविधियों से अर्थव्यवस्था में आई गतिशीलता को भी प्रदर्शित किया जाए।
मुख्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम भोपाल में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा, जबकि सभी जिलों और संभागीय मुख्यालयों पर भी विशेष समारोह रखे जाएंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि कार्यक्रमों के माध्यम से मध्यप्रदेश की उपलब्धियों, आत्मनिर्भरता और जनभागीदारी की भावना को पूरे प्रदेश में प्रसारित किया जाए।