Livelihood College : लाइवलीहुड कालेज और शासकीय आईटीआई में आयोजित किया गया कैंप,  हाथों में सुनहरा आफर लैटर, मेगा एंप्लायमेंट कैंप में सपने हुए पूरे

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Livelihood College : शाम पांच बजे तक 2700 युवाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका था, 1379 लोग साक्षात्कार में हो गये थे चयनित

Livelihood College : दुर्ग !   जिले में अब तक के सबसे बड़े रोजगार सृजन के प्लेटफार्म में सैकड़ों खुशनसीब हाथों को एक दिन के भीतर ही आफर लैटर मिल गये। जिन युवाओं ने गूगल फार्म के माध्यम से आवेदन किया था, वे आज बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और देर शाम तक इनके चयन की प्रक्रिया चलती रही।

Livelihood College : समाचार लिखे जाने तक शाम पांच बजे तक 2700 युवाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका था और 1379 लोगों को आफर लैटर मिल चुका था। उपसंचालक जनशक्ति नियोजन राजकुमार कुर्रे ने बताया कि अभी प्रक्रिया चल ही रही है। अपर कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई ने बताया कि कैंप का संचालन सुचारू रूप से हुआ और यहां सभी सुविधाएं प्रतिभागियों के लिए रखी गई थी। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने तैयारियों की लगातार मानिटरिंग की।

Livelihood College : जिन युवाओं को आफर लैटर मिला, उन्होंने चर्चा में बताया कि हमारे लिए आज का कैंप बहुत यादगार रहा। सबसे पहले हमारा रजिस्ट्रेशन कन्फर्म किया गया। इसके बाद हमें अधिकारियों ने हमें नियुक्ति करने वाली फर्म और जाब की प्रकृति और इसमें भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। हास्पिटैलिटी में सलेक्ट होने वाली कुंजलता ने बताया कि इंटरव्यू के बाद उनका चयन हो गया। कंपनी के मैनेजर ने बताया कि हमें एक महीने रायपुर में होम बेस्ड केयर की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद कार्यस्थल दुर्ग में होगा।

Livelihood College : कुंजलता ने बताया कि यह बहुत खुशी का वक्त है। मेरी पढ़ाई लिखाई प्रोफेशनल नहीं है। ऐसे में कंपनी मुझे ट्रेनिंग भी उपलब्ध कराएगी और ट्रेनिंग के साथ ही पैसे भी मिलेंगे। यह मेरे लिए बहुत अच्छा है। उन्हीं के साथ हास्पिटैलिटी सेक्टर के एक फर्म के लिए चयनित माधवी ने बताया कि मैंने बारहवीं किया है। उसके बाद ऐसी परिस्थिति बनी कि पढ़ाई आगे नहीं कर पाई। घर के पास जाब ढूंढे लेकिन इनमें पेमेंट काफी कम थी। पांच हजार की नौकरी थी और काम के घंटे खूब ज्यादा थे।

इसमें सीखने की भी कोई गुंजाईश नहीं थी। हास्पिटैलिटी में अच्छा काम करने से आगे बढऩे की गुंजाइश भी अच्छी है। एक बड़े होटल समूह में फ्रंट आफिस अटेंडेंट के रूप में चयनित सिद्धार्थ ने बताया कि इस पद पर आगे बढऩे की काफी गुंजाइश है। फं्रट आफिस अटेंडेंट के रूप में सीखने की काफी गुंजाईश है। मैंने अनेक होटलों में संपर्क किया था लेकिन वहां वैकेंसी नहीं थी। अब मुझे खुशी है कि मेरा धैर्य काम आया और एक बड़े समूह के साथ मैं काम कर पाऊंगा।

नियोक्ता को मिले अच्छे आवेदक, आवेदकों को बेहतर नियोक्ता

मेगा फेयर की खासियत यह रही कि इसने नियोक्ताओं और रोजगार के इच्छुक युवाओं के बीच की दूरी कम कर दी। लोगों को अच्छे मौके मिले और नियोक्ताओं को एक ही जगह पर स्किल्ड और टैलेंट पूल। केवल छत्तीसगढ़ के भीतर ही नहीं, बाहर भी रोजगार की अच्छी संभावनाओं को एक ही स्थल पर दे दिया गया। इससे आवेदकों में काफी खुशी रही।

प्रशासन ने उपलब्ध कराई सारी सुविधा, इससे हमारा काम आसान

Livelihood College : मेगा कैंप में आये नियोक्ताओं ने बताया कि प्रशासन ने उनके लिए यहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराईं। हमारे लिए स्किल्ड लोगों की सूची तैयार कर दी और एक जगह ही इन्हें व्यवस्थित कर भेज दिया। इससे हमारी दिक्कत भी दूर हुई। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस तरह की मेगा ड्राइव जो की है उससे यहां के युवाओं को काफी लाभ मिल रहा है।

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