■ भारी वाहनों व ट्रकों को नगर प्रवेश से रोकने इस योजना का क्रियान्वयन आवश्यक ■
दिलीप गुप्ता
सरायपाली :- नगर में बाहर से आने वाली भारी वाहनों व ट्रकों को रोके जाने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था व मार्ग नही होने के कारण अभी वर्तमान में नगर के अंदर से ही यह वाहन आना जाना कर रही हैं । इसकी वैकल्पिक व्यवस्था व मार्ग के लिए नगर के बाहर लिंक या बायपास मार्ग निर्माण की मांग वर्षोवसे की जा रही है । नगर में बेहतर व सुरक्षित आवागमन के लिए कथित तौर पर गौरवपथ का निर्माण हो रहा है जिस उद्देश्य को लेकर इस गौरवपथ का निर्माण किया जा रहा है ठीक इसके विपरीत परिणाम आम जनता को भोगना पड़ेगा । असीमित व असुरक्षित डिवाइडर व क्रासिंग वाहन चालको व राहगीरों के लिए मृत्यु का कारण बनेगा । इसकी शुरुवात भी हो चुकी है । अभी तक इन क्रासिंगों में अनेक दुर्घटनाएं घट चुकी है । गौरवपथ पूरी तरह से निर्माण हो जाने के बाद तेज रफ्तार से भागने वाली गाड़ियां इन क्रासिंग में दुर्घटनाओ को आमंत्रित करेगी जिससे जान व माल का भारी नुकसान होगा । ।
चुकी नगर में अव्यवस्थित यातायात व भारी वाहनों के नगर प्रवेश व बाहर निकले का कोई वैकल्पिक व्यवस्था व मार्ग नही होने के कारण सारंगढ़ , सरसींवा तरफ से आने व जाने वाली भारी वाहनों को नगर के भीतर से ही जाना मजबूरी होवरहि है जिसके चलते हमेशा चक्काजाम व दुर्घटनाओ की संभावना बनी रहती है । नगर में बेतरतीब यातायात, ट्रैफिक जाम व असुरक्षित आवागमन को सुधारने व व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी ट्रैफिक व पुलिस विभाग की होती है किंतु नगर में ट्रैफिक पुलिस है नही और स्थानीय पुलिस को इसमें कोई रुचि नही होने से नगर की यातायात व्यवस्था बदहाल है ।
सरायपाली नगर में बढ़ती वाहनों की संख्या, असुरक्षित सड़के व यातायात, लोगो व वाहनों की भीड़ व उनके आवागमन से सड़क में दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी हुई है। बेहतर व सुरक्षित यातायात व्यवस्था न होने के कारण मुख्य सड़क में हमेशा आवागमन का दबाव बना रहता है। क्षेत्र का प्रमुख व्यावसायिक व व्यापारिक केंद्र होने की वजह से व्यावसायिक वाहनों के आने जाने से भी लगातार सड़क में दबाव बनते रहता है ।सारंगढ़ सरसींवा व भंवरपुर मार्ग से ओडिशा व रायपुर तरफ जिन ट्रकों व व्यावसायिक वाहनों को आना व जाना है तो उन्हें सरायपाली नगर के अंदर से ही होकर आना व जाना पड़ता है। इन मार्गों का कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से ट्रक चालकों को मजबूरीवश नगर के अंदर प्रवेश करना ही पड़ता है जिस वजह से मुख्य मार्ग में यातायात का दबाव व वाहनों की भीड़ बढ़ जाती है। मुख्य मार्गो पर स्कूल व कालेजों के खुल जाने से भी सड़को में भीड़ बढ़ रही है। वर्तमान में नगर की सुंदरता व बेहतर यातायात व्यवस्था उपलब्ध हो सके इस हेतु गौरव पथ का निर्माण चल रहा है किंतु रुक-रुककर धीमी गति से निर्माण कार्य किये जाने से यातायात व आवागमन प्रभावित हो रहा है तो वही दूसरी ओर धूल उड़ने से सभी लोग हलाकान व परेशान हो रहे हैं। नगर में सर्वाधिक खतरा थाना चौक के पास बना रहता है चौक से सरसींवा की ओर जानी वाली सड़क मुख्य मार्ग से नीचे होने के कारण चढ़ाई में थोड़ी स्पीड से गाड़ी चलानी पड़ती है और यही दुर्घटना का कारण भी बनता है।
इन सभी मुश्किलों से छुटकारा पाने हेतु बेहतर व सुरक्षित व सुगम यातायात के लिए संलग्न मानचित्र के अनुरूप एक प्रस्तावित रिंग रोड पर विचार किया जा सकता है। बैतारी चौक से एक रिंगरोड सीधे सारंगढ़, सरसींवा व पदमपुर मार्ग को जोड़ते हुवे घण्टेश्वरी मंदिर चौक तक बनाया जा सकता है। इस व्यवस्था से उपरोक्त समस्याओं का समाधान स्वतः ही निकल आयेगा। यह प्रस्तावित सड़क नगर के बाहर बनाया जाना चाहिये। इस सम्वन्ध में नागरिको का कहना है कि यदि यह प्रस्ताव उचित लगे या और कोई सुझाव हो तो उस पर विधायक जनप्रतिनिधियों विभिन्न पार्टी से जुड़े नेताओ, प्रशासन व नगरवासियों को इस पर पहल कर मार्ग निर्माण का प्रयास किया जाना चाहिये। इस संबंध में विधायक चातुरी नंद को इस प्रस्ताव की जानकारी इस संवाददाता द्वारा दी गई तो इस प्रस्ताव को नगर के बेहतर व सुरक्षित यातायात के लिए महत्वपूर्ण बताया। विधायक चातुरी नंद ने बताया कि इस प्रस्तावित लिंक बाईपास मार्ग के निर्माण के लिए वे मुख्यमंत्री व लोकनिर्माण मंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखकर इज़के शीघ्र स्वीकृति व निर्माण किये जाने की मांग करूंगी। ताकि जनसुविधा आमजनता व आम वहां चालको को भी मिल सके।