रायपुर। नगर निगम में शहर सरकार के गठन के नौ महीने बाद नेता प्रतिपक्ष संजय कोहले को आधिकारिक कक्ष आवंटित किया गया। शुक्रवार को धार्मिक मंत्रोच्चार के साथ उन्होंने कक्ष में प्रवेश किया। इस दौरान सत्ता और विपक्ष दोनों पक्षों के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
शहर सरकार के गठन के समय महापौर और एमआईसी सदस्यों को कक्ष दिए गए थे, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को कक्ष उपलब्ध नहीं कराया गया था। लगातार प्रयासों के बावजूद कक्ष न मिलने पर वे करीब साढ़े सात महीने तक आयुक्त के वाहन पोर्च के पास दरी बिछाकर नागरिकों की समस्याएं सुनते रहे।
बाद में महापौर अलका बाघमार की पहल पर मोतीलाल वोरा सभागार के निचले फ्लोर में एमआईसी सदस्यों के बीच स्थित एक खाली कक्ष नेता प्रतिपक्ष को आवंटित किया गया। कक्ष का रंगरोगन, एसी, टेबल और कुर्सियों की व्यवस्था पूरी की गई।
नेता प्रतिपक्ष ने कक्ष के लिए महापौर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष को कक्ष आवंटित करना लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान है और इससे नगर निगम में सकारात्मक संवाद और जनहित के मुद्दों पर बेहतर समन्वय स्थापित होगा।
कार्यक्रम में सभापति श्याम शर्मा, एमआईसी सदस्य देव नारायण चंद्राकर, ज्ञानेश्वर ताम्रकार, नीलेश अग्रवाल, दीपक साहू, भास्कर कुंडले, मनीष कोठारी, पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।